प्रयागराज और लखनऊ की तर्ज पर कानपुर में भी ढहाए जाएंगे अवैध निर्माण, पहले चरण में 52 अवैध इमारतें चिह्नित
अभियंताओं और बिल्डरों की व्यावसायिक दोस्ती के चलते शहर में कागज में सील इमारतें मौके पर अपार्टमेंट बन गए या कांप्लेक्स खड़े हो गए है। आर्यनगर अशोक नगर जवाहर नगर गोविंद नगर किदवईनगर कृष्णानगर समेत कई इलाकों में अवैध निर्माण सील कर दिए गए।
कानपुर, जेएनएन। प्रयागराज औरर लखनऊ की तर्ज पर शहर में भी अवैध निर्माण ढहाए जाएंगे। मंडलायुक्त के आदेश पर शहर में पहले चरण में 52 अवैध इमारतें और टाउनशिप चिह्नित हो रही है। सूची लगभग तैयार हो गयी है। अब बस केडीए उपाध्यक्ष का कार्यभार देख रहे जिलाधिकारी और मंडलायुक्त को देनी है। अगस्त माह से अभियान शुरू कर दिया जाएगा। इसमें ओ ब्लाक सब्जी मंडी किदवईनगर को भी रखा जाएगा। यहां पर केडीए की 18 हजार वर्ग मीटर जमीन पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर के आदेश पर केडीए ने अवैध इमारतों और टाउनशिप की सूची तैयार करना शुरू कर दिया है। इसको लेकर केडीए शहर के चार जोनों में 13 अवैध इमारत औरर टाउनशिप की सूची तैयार कर रहा है। साथ ही क्रास भी किया जा रहा है कहीं अभियंताओं ने अपनों की इमारतें बचाने के लिए दूसरी इमारतें तो शामिल कर दी हों। स्थिति यह है कि अभियंताओं और बिल्डरों की व्यावसायिक दोस्ती के चलते शहर में कागज में सील इमारतें मौके पर अपार्टमेंट बन गए या कांप्लेक्स खड़े हो गए है। आर्यनगर, अशोक नगर, जवाहर नगर, गोविंद नगर, किदवईनगर, कृष्णानगर, समेत कई इलाकों में अवैध निर्माण सील कर दिए गए। वर्तमान समय में पीरोड, सीसामऊ बाजार, जवाहर नगर, स्वरूपनगर, गोविंद नगर, किदवईनगर, शास्त्रीनगर, फजलगंज समेत कई इलाकों में निर्माण हो रहे है। सील की नोटिस भी है लेकिन कार्रवाई शून्य है।