IIT के प्रोफेसर ने कहा- 25 से 30 हजार में बनाया जा सकता ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, उद्यमी मिलकर करें निर्माण
IIA ने ऑक्सीजन को लेकर आयोजित वेबिनार में प्लांट लगवाने के इच्छुक उद्यमियों से चर्चा की वहीं आइआइटी के प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय ने सस्ता और घरेलू उपयोग वाले ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का विकल्प तैयार किए जाने की जानकारी दी।
कानपुर, जेएनएन। आइआइटी कानपुर ने एक सस्ता व घरेलू उपयोग का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का विकल्प तैयार किया है। अगर कुछ उद्यमी समूह मिलकर इसका निर्माण करें तो 25 से 30 हजार रुपये में ये शहर और गांवों के हर घर में उपलब्ध कराया जा सकता है। यह बात आइआइए द्वारा ऑक्सीजन को लेकर आयोजित वेबिनार में आइआइटी के प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय ने कही।
आइआइए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य ने कहा कि आइआइए जल्द ही कुछ उद्यमियों को लेकर एक वाट्सएप ग्रुप बनाएगा और उनके अविष्कार पर काम करेगा। कहा कि दो महीने पहले देश ऑक्सीजन निर्यात कर रहा था, लेकिन इस वैश्विक महामारी की वजह से ऑक्सीजन की खपत बहुत बढ़ गई है। इसलिए प्रदेश सरकार को चाहिए कि सामान्य हालात में ऑक्सीजन की खपत का सर्वे कराए ताकि ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाले उद्यमियों को प्लांट की क्षमता निर्धारित करने में मदद मिले और उनको उद्योग लगाने के बाद घाटा न सहना पड़े।
आइआइए के मंडल अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल में छोटे ऑक्सीजन प्लांट जो पांच से 15 मरीजों को ऑक्सीजन दे सकते हैं, 12 लाख से 20 लाख रुपये में लग जाते हैं। ऐसे दो प्लांट शाहजहांपुर में चल रहे हैं। मुरारी गैस के प्रबंध निदेशक अजय मिश्रा ने बताया, देश मे ऑक्सीजन की कमी नहीं है, सिङ्क्षलडर के अभाव में पूरी आपूर्ति नही हो पा रही है। प्रदेश में सिलिंडर बनाने की फैक्ट्री केवल प्रयागराज में है, लेकिन वह भी काफी समय से बंद है। अब उसे चलवाने की कवायद हो रही है। वेबिनार का संचालन आइआइए के महामंत्री दिनेश बरासिया ने किया।
उद्योग विभाग के संयुक्त आयुक्त सर्वेश्वर शुक्ला, यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक राकेश झा, उद्योग विभाग के प्रभारी उपायुक्त एसपी यादव, ऑक्सीजन प्लांट निर्माता मोहक श्रीवास्तव, आइआइए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष तरुण खेत्रपाल, पीसी कुरेले, रामजी सेठ, आइआइए अध्यक्ष जय हेमरजानी, अशोक अग्रवाल, लाडली प्रसाद गुप्ता, मनीष गुप्ता, नवीन खन्ना, परिमल बाजपेयी, प्रकाश कनोडिया रहे।