आइआइटी सुधारेगा कानपुर की बेढंगी चाल, चार चौराहों पर एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम से होगी शुरुआत
कानपुर में ट्रैफिक सिस्टम में सुधार के लिए स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में पुलिस आयुक्त ने आइआइटी के दो असिस्टेंट प्रोफेसरों के साथ बैठक करके दस बिंदुओं पर चर्चा की। अब पहले चरण में ट्रायल के लिए चार चौराहों पर एडेप्टिव ट्रैफिक सिग्नल व्यवस्था लागू होगी।
कानपुर, जागरण संवाददाता। शहर के बिगड़े यातायात को सुधारने के लिए पुलिस कमिश्नरेट लगातार प्रयास कर रहा है। अब पुलिस कमिश्नरेट ने आइआइटी के विशेषज्ञों की मदद से इसे और बेहतर बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है। इसे लेकर सोमवार को स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में पुलिस आयुक्त, नगर आयुक्त ने एडीसीपी ट्रैफिक की मौजूदगी में आइआइटी के दो असिस्टेंट प्रोफेसरों के साथ बैठक की।
आइआइटी के असिस्टेंट प्रोफेसर प्रणमेष चतुर्वेदी व आदित्य मेड्डूरी ने पुलिस आयुक्त असीम अरुण और नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन के साथ स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली समझी। पुलिस आयुक्त ने बताया कि बैठक में 10 से अधिक बिंदुओं पर चर्चा हुई। जिसमें ट्रैफिक सिग्नल की समय सीमा, अधिक हादसे वाले स्थानों पर सुधारात्मक कार्य, सिग्नल की समय सीमा में सुधार आदि शामिल थे। निर्णय लिया गया कि सिग्नल की समय सीमा में सुधार के लिए चार स्मार्ट चौराहों के सिग्नल का डाटा निकाल कर विश्लेषण किया जाएगा। स्मार्ट पार्किंग सिस्टम को बेहतर बनाने के प्रयास किए जाएंगे। बैठक में डीसीपी साउथ रवीना त्यागी, एडीसीपी ट्रैफिक राहुल मिठास मौजूद रहे।
ट्रायल के लिए लागू होगा एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम
पुलिस आयुक्त ने बताया कि शहर में अधिक भीड़ वाले चौराहों पर एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम की जानकारी देते हुए बताया कि अगर चौराहे पर एक तरफ यातायात का दबाव कम है तो वहां ग्रीन सिग्नल की समय अवधि को आटोमेटिक घटाया बढ़ाया जा सकता है। बेवजह रेड सिग्नल पर वाहन सवारों को खड़े नहीं होना पड़ेगा। पहले चरण में चार चौराहों पर इसका ट्रायल होगा।
इन बिंदुओं पर भी हुई चर्चा
-फूलबाग क्षेत्र की स्मार्ट पार्किंग को किया जाएगा व्यवस्थित
- ड्रोन कैमरों से ली गई फोटो से तलाशी जाएंगी सुधार की संभावनाएं
- भीड़ वाले बाजार के लिए अलग अलग दिन के लिए बनेंगे ट्रैफिक नियम
- शहर के ट्रैफिक सिस्टम को बिगाड़ रहे ई रिक्शा का समाधान निकाला जाएगा