आइआइटी के छात्र निक्की झा को राष्ट्रीय युवा पुरस्कार, सब्जियों को तरोताजा रखने की ईजाद की तकनीक
आइआइटी के स्टार्टअप इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर के सहयोग से शोधार्थी निक्की झा ने सब्जियों को तीस दिन तक तरोताजा रखने की तकनीक ईजाद की है। इसके लिए युवा एवं खेल मंत्री ने पुरस्कार और सम्मान पत्र दिया है।
कानपुर, जेएनएन। सब्जियों को 30 दिनों तक तरोताजा रखने की तकनीक का चारों ओर डंका बज रहा है। इसको विकसित करने वाले आइआइटी कानपुर के छात्र निक्की झा को गुरुवार को दिल्ली में राष्ट्रीय युवा पुरस्कार समारोह में सम्मानित किया गया। उन्हें युवा एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिया।
स्टार्टअप इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर के सहयोग से पीएचडी शोधार्थी निक्की झा ने तकनीक विकसित की। इनको सब्जी कोठी नाम दिया। यह एक तरह का इंसुलेटेड मैटेरियल से बना हुआ टेंट है, जिसमें कृत्रिम तरीके से माइक्रो इनवायरमेंट बनाया जाता है। इसके संचालन में 20 वाट बिजली प्रतिदिन लगती है, जबकि एक लीटर पानी की आवश्यकता रहती है। बिजली न होने पर बैट्री से संचालित किया जा सकता है। इसमें 30 दिनों तक सब्जियों के खराब न होने का दावा किया गया है।
संस्थान से उद्यमिता विकास कर सप्तकृषि साइंटिफिक प्रा.लि. नाम से कंपनी तैयार बनाई। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर दिल्ली में राष्ट्रीय युवा पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया। सब्जी कोठी को यूएन वालंटियर इंडिया और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की ओर से साल्व्ड चैलेंज वर्ग में सर्टिफिकेट आफ एचीवमेंट दिया गया है।
अधिक सब्जियों को कर सकते संरक्षित : निक्की झा के मुताबिक सब्जी कोठी के लिए करीब 500 आर्डर मिल चुके हैं। किसान, होटल संचालक और बड़े सब्जी कारोबारी ने इसकी सराहना की है। अधिक मात्रा में सब्जियों को संरक्षित किया जा सकता है। 150 किलोग्राम सब्जी को संरक्षित करने के लिए सब्जी कोठी की कीमत करीब 10 हजार रुपये आएगी।