आइआइटी कानपुर के प्रोफेसर ने कहा- सुपर कंडक्टर से 650 किमी तक हो सकेगी बुलेट ट्रेन की रफ्तार

आइआइटी के वैज्ञानिक प्रो. सत्यजीत बनर्जी ने गुरुवार को सीएसजेएमयू में चल रही प्रयोगात्मक भौतिक विज्ञान रिफ्रेेशर कार्यक्रम में सुपर कंडक्टर के संभावित प्रयोगों से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस तकनीक का प्रयोग करके बुलेट ट्रेन की रफ्तार 650 किलोमीटर प्रति घंटा पहुंचाई जा सकेगी।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Fri, 19 Nov 2021 03:10 PM (IST) Updated:Fri, 19 Nov 2021 03:10 PM (IST)
आइआइटी कानपुर के प्रोफेसर ने कहा- सुपर कंडक्टर से 650 किमी तक हो सकेगी बुलेट ट्रेन की रफ्तार
प्रयोगात्मक भौतिक विज्ञान रिफ्रेेशर कार्यक्रम में दी गई जानकारी। प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जागरण संवाददाता। सामान्य तापमान पर भी सुपर कंडक्टर संभव है और इसकी मदद से बुलेट ट्रेन की रफ्तार 650 किमी प्रति घंटा तक पहुंचाई जा सकेगी। आइआइटी के वैज्ञानिक प्रो. सत्यजीत बनर्जी ने गुरुवार को सीएसजेएमयू (छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय) में चल रही प्रयोगात्मक भौतिक विज्ञान रिफ्रेेशर कार्यक्रम में सुपर कंडक्टर के संभावित प्रयोगों से संबंधित जानकारी दी। 

उन्होंने कहा कि सुपर कंडक्टर तकनीक के व्यवहारिक प्रयोग का मेडिकल के क्षेत्र में एमआरआइ में इस्तेमाल किया जा रहा है। भविष्य में इस तकनीक का प्रयोग करके मैगलेव बुलेट ट्रेन की रफ्तार 650 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचाई जा सकेगी। इससे परिवहन के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा। कार्यक्रम में विवि व कालेजों के शिक्षक, शोधार्थी व परास्नातक छात्र मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ विभाग के निदेशक डा. आरके द्विवेदी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डा. राम जन्म ने दिया। प्रतिभागियों ने आइआइटी के वैज्ञानिक से तमाम प्रश्न भी पूछे। निदेशक ने बताया कि विद्यार्थियों को प्रायोगिक भौतिकी के उन्नत व विज्ञान अकादमी द्वारा विकसित नए प्रयोगों व उपकरणों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। डा. राजेश कुमार द्विवेदी, मनीष देव शर्मा, सत्य प्रकाश सिंह, सतीश चंद्र, धर्मेंद्र पांडेय व विशाल अवस्थी रिसोर्स पर्सन की भूमिका निभा रहे हैं। 16 दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम का समापन 23 नवंबर को होगा।

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