IIT Kanpur कर रहा क्रोमियम निस्तारण का काम, उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सौंपी जिम्मेदारी

कानपुर देहात के रनियां क्षेत्र के आसपास भारी मात्रा में क्रोमियम डंप है। इससे आसपास के गांवों में खेतों की उर्वरा शक्ति खत्म हो गई है वहीं भूजल प्रदूषित होने से कई गांवों में लोग गंभीर बीमारी की चपेट में भी आ चुके हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 11:54 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 11:54 AM (IST)
IIT Kanpur कर रहा क्रोमियम निस्तारण का काम, उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सौंपी जिम्मेदारी
कानपुर देहात के औद्याेगिक क्षेत्र की समस्या दूर करने की कवायद शुरू।

कानपुर, जेएनएन। आइआइटी ने कानपुर देहात के रनिया स्थित खानचंद्रपुर गांव में डंप क्रोमियम का निस्तारण शुरू कर दिया है। आइआइटी की टीम ने मौके पर जाकर क्रोमियम के नमूने लिए हैं। उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने आइआइटी को यह जिम्मेदारी सौंपी है क्योंकि रनियां के आसपास के गांवों में खेत बंजर हो चुके हैं और भूजल दूषित होने से लोग बीमारी का शिकार हो रहे हैं।

15 मार्च तक आइआइटी की टीम उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण को यह बताएगी कि वह किस विधि से क्रोमियम का निस्तारण करेगी। क्रोमियम वहीं निस्तारित किया जाएगा या फिर कहीं और ले जाया जाएगा। दूसरी जगह ले जाते समय रास्ते में क्रोमियम न गिरे इसका क्या प्रबंध होगा और खोदाई के समय वह हवा में न उड़े इसका प्रबंध कैसे किया जाएगा। खानचंद्रपुर में आधा दर्जन कंपनियों ने औद्योगिक इकाइयां लगा रखा था। इन कंपनियों ने ही वहां क्रोमियम डंप किया और बाद में कारखाना बंद कर दिया, लेकिन तय शर्त के मुताबिक उनके द्वारा वहां से क्रोमियम हटाया नहीं।

बारिश के पानी में घुलने की वजह से क्राेमियम से भूगर्भ जल स्तर भी दूषित हुआ और आसपास के खेत भी बंजर हुए। यही दूषित पानी पीने से खानचंद्रपुर और आसपास के गांवों में बीमारियां भी फैली। इस समस्या पर जब एनजीटी में वाद दायर हुआ तो एनजीटी ने सुनवाई की। एनजीटी की ओर से क्रोमियम निस्तारित करने का आदेश राज्य सरकार को दिया गया और 280 करोड़ रुपये का जुर्माना औद्योगिक इकाइयों के संचालकों पर लगाया गया। अब जिला प्रशासन इस राशि की वसूली करने में जुटा हुआ है।

उधर, शासन ने क्रोमियम निस्तारण की जिम्मेदारी उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण को दी थी। प्राधिकरण प्रबंधन ने अाइआइटी कानपुर को कंसलटेंट नामित किया है। आइआइटी ने अपनी पूरी कार्ययोजना प्रबंधन को सौंप दी है। वहां से नमूना ले लिया है। नमूना जांच के बाद ही निस्तारण की प्रक्रिया का निर्धारण होगा। प्राधिकरण के महाप्रबंधक अभियंत्रण संदीप चंद्रा ने बताया कि क्रोमियम निस्तारण का कार्य समयबद्ध ढंग से होगा।

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