IIT Kanpur बढ़ाएगा एनटीपीसी के थर्मल पॉवर प्लांट की गुणवत्ता, इको फ्रेंडली बनाने पर होगा काम
नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन ने कानपुर आइआइटी के साथ करार किया है दादरी के प्लांट को इको फ्रेंडली बनाने के लिए खाका तैयार किया जाएगा। जल्द ही विशेषज्ञ इसपर काम भी शुरू कर देंगे। अन्य संस्थान और कंपनियों के साथ भी करार किया जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) ने दादरी स्थित अपने पॉवर प्लांट की गुणवत्ता और बढ़ाने के लिए आइआइटी कानपुर के साथ करार किया है। यह पूरी तरह से इको फ्रेंडली हो जाएगा। प्लांट की रूप रेखा बदलने के साथ संस्थान के विशेषज्ञ उसमें उत्सर्जित होने वाली गैसों का आकलन करेंगे। उनके प्रभाव को जानने संग बेहतरी की दिशा में काम करेंगे। एनटीपीसी की ओर से मिले प्रोजेक्ट पर आइआइटी के विशेषज्ञ जल्द ही काम शुरू कर देंगे।
आइआइटी के कई फैकल्टी वायु, जल और मृदा पर काम कर रहे हैं। उनके कौशल और दूरदर्शिता से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काफी काम हुआ है। कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, दिल्ली, गुरुग्राम समेत अन्य प्रदूषित शहरों का आकलन किया गया है। नए मानीटरिंग स्टेशन स्थापित हुए हैं। वायु प्रदूषण के मामले में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आइआइटी के विशेषज्ञों का सहयोग ले रहे हैं। उनसे थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन कराया जा रहा है। इसी कड़ी में एनटीपीसी गौतम बुद्धनगर जिले में स्थित दादरी के पावर प्लांट को पर्यावरण के नजरिए से और बेहतर बनाने जा रहा है।
आइआइटी की ओर से यह जिम्मेदारी सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. मुकेश शर्मा को मिली है। वह अपनी टीम के साथ अध्ययन करेंगे। डीन रिसर्च एंड डेवलेपमेंट प्रो. एचआर हरीश ने बताया कि आइआइटी के फैकल्टी कई संस्थानों के संग शोध कार्य कर रहे हैं। एनटीपीसी के साथ भी बेहतर प्रोजेक्ट चलेगा। कोरोना संक्रमण के बावजूद ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से कार्य किया जा रहा है। जल्द ही अन्य संस्थान और कंपनियों के साथ भी करार किया जाएगा।