अब आसान होगी प्रतिभागियों की बौद्धिक क्षमता की पहचान, IIT Kanpur ने बनाया ब्रेन बेस्ड इंटेलीजेंस टेस्ट
आइआइटी कानपुर अलबर्टा यूनिवर्सिटी समेत अन्य संस्थानों के विशेषज्ञों ने ब्रेन बेस्ड इंटेलीजेंस टेस्ट तैयार किया है जिसका समय करीब एक घंटे का तय है। इस टेस्ट के बाद इंटरव्यू में कुछ ही प्रश्न करने की स्थिति बचेगी।
कानपुर, जेएनएन। छात्र-छात्राओं, कर्मचारियों और भर्ती प्रक्रिया से पहले प्रतिभागियों की बौद्धिक क्षमता की पहचान करना अब आसान हो जाएगा। आइआइटी कानपुर, अलबर्टा यूनिवर्सिटी समेत अन्य संस्थानों के विशेषज्ञों ने ब्रेन बेस्ड इंटेलीजेंस टेस्ट तैयार किया है, जिससे व्यक्ति के बौद्धिक क्षमता कर सटीक आकलन हो सकेगा। शनिवार को इसकी लांचिंग भी हो गई है। आइआइटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने ट्वीट कर विशेषज्ञों को बधाई दी है।
कनाडा की अलबर्टा यूनिवर्सिटी के प्रो. जेपी दास, आइआइटी के प्रो. ब्रज भूषण, उत्कल विश्वविद्यालय के प्रो. यूएन दास, अशोका विश्वविद्यालय के प्रो. प्रकाश पदकन्या समेत अन्य विशेषज्ञों ने तीन साल में ब्रेन बेस्ड इंटेलीजेंस टेस्ट तैयार किया। इसको बनाने से पहले विभिन्न आयु वर्ग के स्कूल, कालेज, तकनीकी, स्वास्थ्य, प्रबंधन और अन्य क्षेत्रों से लोगों के सैंपल लिए गए। उनके मस्तिष्क की प्रक्रिया देखी गई। इसकी मार्केंटिंग हैदराबाद की एक कंपनी कर रही है।
98 फीसद चिह्न, आकार, चित्र पर आधारित : प्रो. ब्रज भूषण के मुताबिक टेस्ट में 98 फीसद प्रश्न चित्र, आकार, चिह्न पर आधार हैं। इसको हल करने के लिए एक घंटे से कम का समय चाहिए। इंटरव्यू या अन्य किसी प्रक्रिया के लिए कुछ ही प्रश्न किए जा सकते हैं।
पहचानी जाती है दिमाग की सक्रियता : विशेषज्ञों ने प्रश्नों का आधार दिमाग की सक्रियता के आधार पर किया है। किस प्रश्न में दिमाग का कौन सा हिस्सा सक्रिय होता है, यह पता चल जाता है। हर आयु वर्ग के लिए स्कोङ्क्षरग सिस्टम बनाया गया है। यह प्रश्नों का हल करने वाले को उसके द्वारा दिए गए उत्तर पर निर्भर करता है।
अंग्रेजी में तैयार, हिंदी में जल्द होगा लांच : अभी ब्रेन बेस्ड इंटेलीजेंस टेस्ट अंग्रेजी में तैयार हुआ है। इसका ङ्क्षहदी, उडिय़ा और कन्नड़ भाषा में वर्जन जल्द ही लांच किया जाएगा।