IIT के विशेषज्ञ निखारेंगे आइटीआइ की सूरत : शैक्षिक, तकनीक, शोध, उद्यमिता विकास समेत अन्य पहलुओं पर देंगे जानकारी
सचिव आलोक कुमार ने कहा कि डिजिटल दुनिया की ओर तेजी से बढऩे की दिशा में प्रयास सार्थक परिणाम लेकर आएगा। आइटीआइ के पिं्रसिपल और अन्य अधिकारियों के पास अपग्रेड होने का मौका है। आइआइटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने कहा कि इससे तकनीक और अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा।
कानपुर, जेएनएन। आइआइटी के विशेषज्ञ प्रदेश भर की आइटीआइ की शैक्षिक, तकनीकी, शोध, उद्यमिता विकास, प्लेसमेंट समेत सुविधाओं को बेहतर करेंगे। इसके लिए आइआइटी का प्रशिक्षण और रोजगार विभाग के साथ करार हुआ है। पहले चरण में आइटीआइ के पिं्रसिपल और अन्य अधिकारियों को विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। उनके लिए सात दिवसीय आनलाइन कार्यशाला की मंगलवार से शुरुआत हुई। इसका उद्घाटन कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने किया। उन्होंने कहा, बेहतर समय पर यह पहल की गई है। शिक्षा प्रणाली में तेजी से बदलाव हो रहा है। कार्यक्रम से छात्रों का शैक्षणिक परिणाम और अच्छा होगा।
मुख्यमंत्री के सचिव आलोक कुमार ने कहा कि डिजिटल दुनिया की ओर तेजी से बढऩे की दिशा में प्रयास सार्थक परिणाम लेकर आएगा। आइटीआइ के पिं्रसिपल और अन्य अधिकारियों के पास अपग्रेड होने का मौका है। आइआइटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने कहा कि इससे तकनीक और अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा, बेहतर समय पर यह पहल की गई है। शिक्षा प्रणाली में तेजी से बदलाव हो रहा है। कार्यक्रम से छात्रों का शैक्षणिक परिणाम और अच्छा होगा।
आइटीआइ छात्रों के पास रोजगार के अवसर बढ़ जाएंगे। कोरोना संक्रमण से पढ़ाई, तकनीक और अप्रेंटिसशिप की रूपरेखा बदल गई है। छात्र संस्थान के स्टार्टअप कार्यक्रम से जुड़ सकेंगे। शिक्षा प्रणाली में तेजी से बदलाव हो रहा है। कार्यक्रम से छात्रों का शैक्षणिक परिणाम और अच्छा होगा। उप निदेशक प्रो. एस गणेश, स्टार्टअप इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर के इंचार्ज प्रो. अमिताभ बंद्योपाध्याय, सीईओ डॉ. निखिल अग्रवाल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।