भगवान की आराधना से होता है मानव का कल्याण
मनुष्य को शुभ कार्य करते हुए सिर्फ भगवान की आराधना और प्रार्थना करना चाहिए। इससे सारे संकट दूर हो जाते हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर : मनुष्य को शुभ कार्य करते हुए सिर्फ भगवान की आराधना और प्रार्थना करनी चाहिए। जब मनुष्य सांसारिक मोह, माया को छोड़कर प्रभु की भक्ति में लीन हो जाता है, तो उसे परमपिता परमेश्वर स्वयं ही सही मार्ग दिखाते हैं। यह बात रविवार को मंधना बिठूर रोड स्थित श्री बनखंडेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में चिन्मय साधना आश्रम के स्वामी गंगेशानंद सरस्वती महाराज ने कही। उन्होंने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा में 12 स्कंद हैं। सुखदेव जी महाराज वक्त और राजा परीक्षित श्रोता हैं। उन्होंने बताया कि मनुष्य को अपने जीवन में शुभ काम करने चाहिए। दूसरों के प्रति दया का भाव व असहायों की मदद करने से मानव जाति का कल्याण होगा। इस दौरान उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया। इस अवसर पर ब्रह्माचारिणी भगवती चैतन्य, शिवांगी चेतना, डा. मनोज अवस्थी, ब्रह्माचारी अंशुमान, रमेश चंद्र गुप्ता, नरेंद्र पाल भांडोव, विनोद मिश्रा, प्रदीप गोयनका, राजेश ओमर, ओपी दुबे, अनिल अवस्थी उपस्थित रहे।
हंसी-खुशी संग मनाया फ्रेंडशिप डे
कानपुर : इनरव्हील क्लब आफ कानपुर इंडस्ट्रीयल की सदस्यों ने रविवार को हंसी-खुशी संग फ्रेंडशिप डे मनाया। क्लब की सदस्यों ने अलग-अलग रेस्टोरेंट में पहुंचकर तरह-तरह के कार्यक्रम किए और अपनी गतिविधियों के वीडियो तैयार कराए। पूर्व में क्लब की ओर से हुए कार्यक्रमों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सदस्यों को पुरस्कृत भी किया गया। यहां नूपुर गुप्ता, ज्योति सिंहानिया, अनिता लाहोटी, नमिता सेठ, इंदु गुप्ता आदि उपस्थित रहीं। वहीं फ्रेंडशिप डे के मौके पर लीजेंड ग्रुप के सदस्यों ने पक्षियों को आजाद कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। यहां चेतना गुप्ता, शोभा ओमर, विनीता पवन, अनुराग आदि उपस्थित रहे। (वि.) आनलाइन मनाया आजादी का अमृत महोत्सव
जासं, कानपुर : इंडियन इंस्टीट्यूट आफ केमिकल इंजीनियर्स कानपुर और इंस्टीट्यूशन आफ इंजीनियर्स की ओर से रविवार को आनलाइन आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया। इंटीट्यूशन आफ इंजीनियर्स कानपुर लोकल चेयरमैन व आइआइटी कानपुर के प्रो. जे रामकुमार और डिपार्टमेंट आफ साइंस एंड टेक्नोलाजी के सलाहकार प्रख्यात वैज्ञानिक डा. मनोज कुमार पटेरिया मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। प्रो. रामकुमार ने डा. अब्दुल कलाम की जीवनी प्रस्तुत की। उनके साथ बिताए पलों को साझा किया। डा. पटेरिया ने वैज्ञानिकों के प्रेरक प्रसंगों का उल्लेख करके लोगों में कुछ कर गुजरने का जज्बा भरा। ज्वाइंट डायरेक्टर डीएमएसआरडीई, डा.डीएस बाग, डा. सुनील मिश्रा, डा. अर्चना दीक्षित, डा. विनय सचान, डा. राजेश गर्ग, डा. आरके यादव समेत अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे। संचालन डा. आशुतोष मिश्रा ने किया।