ICAI का चुनाव हुआ खत्म, अब कानपुर में एकत्र होंगी सात अलग-अलग राज्यों की मतपेटियां
सेंट्रल इंडिया रीजनल काउंसिल का मुख्यालय कानपुर है। उत्तर प्रदेश उत्तराखंड बिहार झारखंड छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश राजस्थान के चार्टर्ड अकाउंटेंट कानपुर से जुड़े हुए हैं। इस रीजन में इस बार चुनाव में 61788 मतदाता थे। कुल कितने वोट पड़े इसकी गिनती भी अभी जारी है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट आफ इंडिया का चुनाव खत्म हो गया है। सेंट्रल इंडिया रीजनल काउंसिल के सात राज्यों में हुए मतदान की गिनती कानपुर में होगी। इसके लिए अब इन सातों राज्यों से मतपेटियों को कानपुर लाया जाएगा।
सेंट्रल इंडिया रीजनल काउंसिल का मुख्यालय कानपुर है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान के चार्टर्ड अकाउंटेंट कानपुर से जुड़े हुए हैं। इस रीजन में इस बार चुनाव में 61,788 मतदाता थे। कुल कितने वोट पड़े, इसकी गिनती भी अभी जारी है। सभी जगह से सूचनाएं मंगाई जानी शुरू हो गई हैं। इसके अलावा अलग-अलग जिलों में बनाए गए बूथों से मतपेटियां अगले दो से तीन दिन में कानपुर आ जाएंगी। जो आसपास के जिले हैं, वहां से तो मतपेटी रविवार से ही आना शुरू हो जाएंगी लेकिन जो राज्य दूर हैं और उनके जिले भी कापी सुदूर वाले हैं, वहां मतपेटियों को लाने में समय लगेगा। इन सभी मतपेटियों को सीए भवन में ही रखा जाएगा।
कानपुर में मतदान तो मर्चेंट चैंबर में हुआ लेकिन अब मतगणना लखनपुर स्थित सीए भवन में ही होगा। 16 दिसंबर से मतगणना शुरू होगी। सामान्यतौर पर मतगणना में दो दिन तो लगते ही हैं। इस बार मतदान ज्यादा हुआ है, इसलिए यह समय भी ज्यादा हो सकता है। समय ज्यादा लगने के पीछे एक कारण यह भी है कि इसका मतदान वरीयता के आधार पर होता है। इसलिए मतगणना के दौरान भी पहली वरीयता के वोट सबसे पहले गिने जाते हैं। उसके बाद दूसरी, तीसरी के हिसाब से वोट गिने जाते हैं। इसमें जो लोग गितनी से बाहर होते जाते हैं, उन प्रत्याशियों को मिले वोट अगले राउंड में दूसरे प्रत्याशियों को मिलते चले जाते हैं। इससे जो लोग लगातार दौड़ में बने रहते हैं, उन्हें वोट भी लगातार मिलते चले जाते हैं।