सड़क पर बना दी कोठरी, फैला दी सामग्री

शहर को अरबों रुपये खर्च करके स्मार्ट बनाने की तैयारी चल रही है, लेकिन हालात देखकर कोई नहीं कह सकता है कि शहर स्मार्ट हो रहा है। सड़कों से कब्जे हटाना तो दूर की बात, अतिक्रमणकारियों ने सड़क पर ही कोठरी बना दी, लेकिन यह अफसरों को नहीं दिखाई दे रही है

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Aug 2018 01:25 AM (IST) Updated:Thu, 30 Aug 2018 01:25 AM (IST)
सड़क पर बना दी कोठरी, फैला दी सामग्री
सड़क पर बना दी कोठरी, फैला दी सामग्री

जागरण संवाददाता, कानपुर: शहर को अरबों रुपये खर्च करके स्मार्ट बनाने की तैयारी चल रही है, लेकिन हालात देखकर कोई नहीं कह सकता है कि शहर स्मार्ट हो रहा है। सड़कों से कब्जे हटाना तो दूर की बात, अतिक्रमणकारियों ने सड़क पर ही कोठरी बना दी, लेकिन यह अफसरों को नहीं दिखाई दे रही है।

शहर को व्यवस्थित करने की जिम्मेदारी केडीए व नगर निगम की है, लेकिन दोनों विभागों के अभियंताओं की मेहरबानी से बिना नक्शे के निर्माण हो रहे हैं। अतिक्रमण करने वालों ने फुटपाथ व सड़क को ही निर्माण सामग्री डंप करने का स्थल बना दिया है। कब्जेदारों और अतिक्रमणकारियों के हौसले इतने बुलंद है कि नक्शे के विपरीत निर्माण करने के साथ ही सड़क पर ही निर्माण कर दे रहे है।

नगर निगम व केडीए मुख्यालय से आधा किलोमीटर दूर जीटी रोड से लगे अशोक नगर क्षेत्र में सड़क पर ही कोठरी बना दी और सामग्री फैला दी। क्षेत्रीय लोगों ने कई बार शिकायत भी की। इसके बाद भी अफसरों ने कोई कार्रवाई नहीं की। स्वरूप नगर, आर्य नगर, गुमटी नंबर पांच, काकादेव, सीसामऊ बाजार, जवाहर नगर समेत कई इलाकों में व्यावसायिक प्रतिष्ठान बिना पार्किंग के ही बना दिए गए। साथ ही निर्माण करने वालों ने फुटपाथ तक को नहीं छोड़ा है पिलर या ग्रिल लगाकर कब्जा कर लिया है, लेकिन शहर को स्मार्ट बनाने वाले अफसरों को केवल प्रोजेक्ट दिखाई दे रहे है। शहर के बद से बदतर होते हालातों पर नजर नहीं जा रही है। इसके चलते सड़क को पार्किग स्थल बना दिया है।

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एनजीटी के आदेश को ठेंगा

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेशों को भी अफसरों ने दर किनार कर दिया है। वायु प्रदूषण को रोकने के लिए एनजीटी ने खुले में निर्माण सामग्री फैलने पर रोक लगा रखी है, लेकिन शायद ही शहर का कोई इलाका होगा, जहां पर निर्माण सामग्री न फैली हो। एनजीटी ने पांच हजार से 50 हजार रुपये तक का जुर्माना लगा रखा है।

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नहीं सुनते नगर आयुक्त के भी आदेश

- 12 अप्रैल को साकेत नगर में स्थित फलमंडी हटाकर पराग दूध डेरी की तरफ करने के आदेश दिए लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ है।

- एलएलआर अस्पताल के बाहर से ठेले हटाने के आदेश दिए, लेकिन अफसरों की सुस्ती के चलते कब्जे बरकरार है।

- शहर के जर्जर मकान चिन्हित करके गिराने के आदेश दिए लेकिन अभियंताओं ने आदेशों को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया है।

- निरीक्षण के दौरान सुबह कई जगह अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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क्या कहते हैं जिम्मेदार

सड़क पर कब्जा कर रखा है तो उसको हटाया जाएगा। सड़क पर निर्माण सामग्री डालने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। आदेशों का पालन कराया जाएगा।

- संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त

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