कानपुर के मथुरापुर गांव में पांच दिन में सौ बकरियों की मौत, पशु पालकों में दहशत
कानपुर घाटमपुर क्षेत्र के भीतरगांव ब्लाक अंतर्गत आने वाले गांव में कुत्तों के बाद अब बकरियों की मौत से दहशत का आलम बन गया है। कैनाइन पर्वो वायरस के कारण क्षेत्र में कुत्तों की मौत हो रही है। पशु पालन विभाग सक्रिय हो गया है।
कानपुर, जेएनएन। घाटमपुर तहसील के भीतरगांव क्षेत्र के कई गांवों में आवारा और पालतू मवेशियों में कैनाइन पर्वो वायरस फैलने के कारण लगातार उनकी मौत हो रही है। दो दिन पहले बीमारी से मरे दो कुत्तों के पोस्टमार्टम में पर्वो वायरस की पुष्टि होने से क्षेत्र में दहशत फैल गई है। मथुरापुर गांव में बीते पांच दिनों में करीब सौ बकरियों और 50 आवारा व पालतू कुत्ते मर चुके हैं। अभी तक पशु पालन विभाग की टीम गांव नहीं पहुंची है।
मथुरापुर निवासी रामकुमार यादव, सर्वेश, राजा सिंह, चंद्रपाल, सोबरन वीरेंद्र, ज्ञानी, राजेश, विनोद, मान सिंह समेत 50 ग्रामीणों की करीब सौ बकरियों की मौत हुई है। इसी गांव में तीन दर्जन से अधिक कुत्ते और पिल्ले भी इसी बीमारी की चपेट में आकर मर चुके हैं। ग्रामीण बताते हैं कि पशुओं को उल्टी-दस्त के साथ ही उनका मुंह सड़ जाता है। इसके बाद दो दिनों के अंदर वो दम तोड़ देते हैं। इसी तरह क्योंटरा गांव में भी एक सप्ताह के भीतर 50 से अधिक कुत्तों की जान जा चुकी है। कोई भी पशु चिकित्सक गांवों में झांकने तक नहीं पहुंचे हैं।
इस बीमारी से सिर्फ कुत्तों की ही मौत होती है। यह किसी और पशु में नहीं फैलता है। गांव में चिकित्सक को भेजा था। बकरियों की मौत की कोई सूचना नहीं मिली है। -डॉ. आरपी मिश्रा, जिला पशु चिकित्सा अधिकारी।