Human Trafficking Kanpur: 104 दिन बाद तस्करों से छूटी महिला, ओमान से लौटकर पुलिस से बोली-शुक्रिया

नौकरी दिलाने के बहाने तस्करों ने महिला को ओमान भेज दिया था। कानपुर पुलिस का ई-मेल मिलने के बाद भारतीय दूतावास ने ओमान पुलिस की मदद से महिला को मुक्त कराया था। वहां से पहले चेन्नई और दिल्ली होते हुए उसे लखनऊ लाया गया।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 09:44 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 09:44 AM (IST)
Human Trafficking Kanpur: 104 दिन बाद तस्करों से छूटी महिला, ओमान से लौटकर पुलिस से बोली-शुक्रिया
कानपुर पुलिस टीम लखनऊ से महिला को लेकर शहर आई।

कानपुर, जेएनएन। नौकरी के बहाने महिला को ओमान भेज दिया तो परिवार बेहाल हो गया। कानपुर पुलिस की पहल पर ओमान से तस्करों से छूटकर भारत लाई गई महिला ने सबसे पहले पुलिस को शुक्रिया अदा किया। वहीं 104 दिन बाद अपने वतन लौटी महिला की आंखें उस समय भर आईं जब परिवार को सामने देखा। खुशी के इन आंसुओं के बीच उन्होंने बीते दिनों का दर्द हल्का किया।

ओमान से लौटी महिला व उसके परिवार ने पुलिस का शुक्रिया भी अदा किया। पति के अनुसार उसके साथ कानपुर से एक दारोगा व दो महिला सिपाही भी आईं थी। उन्होंने वहां से उन्हें सकुशल रात में ही घर पहुंचा दिया। पति ने बताया कि पत्नी की तबीयत अभी ठीक नहीं है। उसे चक्कर आ रहा है। सुबह उससे बात करके आगे की स्थित से अवगत कराऊंगा। उसने बताया कि उसकी पत्नी को पुलिस ने उन्हें सोमवार को कानपुर में बयान के लिए बुलाया है।

दूतावास ने पहले चेन्नई भेजा

डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल के प्रयासों से भारतीय दूतावास ने राजमिस्त्री की पत्नी समेत दो महिलाओं का टिकट बनवाकर रविवार सुबह उन्हें चेन्नई के लिए रवाना किया। दोपहर बाद दोनों महिलाएं चेन्नई पहुंचीं। जहां से दूसरी महिला नागपुर स्थित अपने ससुराल चली गई। डीसीपी ने बताया है कि राजमिस्त्री की पत्नी को स्वयंसेवी संस्था मानव सेवा संस्थान की मदद से चेन्नई से दिल्ली और दिल्ली से लखनऊ एयरपोर्ट लाया गया। जहां से कर्नलगंज थाने की टीम के साथ पहुंचे राजमिस्त्री ने उन्हें रिसीव किया। महिला को उसके स्वजन के सिपुर्द किया गया है। सोमवार को बयान लिए जाएंगे। इसके आधार पर अन्य आरोपितों का पता लगेगा और मुकदमे में धाराएं बढ़ेंगी।

नौकरी के चक्कर में तस्करों के चंगुल में फंसी

बीती पांच जनवरी को कर्नलगंज निवासी अतीकुर्रहमान व इफ्तिखाराबाद निवासी मुजम्मिल ने महिला को ओमान के मस्कट स्थित एक अस्पताल में नौकरी लगवाने का झांसा देकर ओमान भेज दिया था। वहां पहुंचने पर महिला का फोन, वीजा, पासपोर्ट आदि छीनकर छह मंजिला इमारत में बंधक बना लिया गया और जबरन शेख के यहां काम पर भेजा गया। आरोप है कि वहां महिला का शारीरिक व मानसिक शोषण भी किया गया।

किसी तरह महिला ने अपने पति से संपर्क करके पूरी जानकारी दी तो पति ने आरोपितों से पत्नी को वापस बुलाने की मांग की थी। इस पर आरोपितों ने टिकट के नाम पर राजमिस्त्री से 22 हजार रुपये ले लिए और एक लाख रुपये फिर मांगने लगे। तब पति ने कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट लिखाई थी। मामला पुलिस आयुक्त की जानकारी में आया तो उन्होंने क्राइम ब्रांच को लगाया था। क्राइम ब्रांच टीम ने आरोपितों को जेल भेजा और महिला को वापस बुलाने के लिए विदेश मंत्रालय व ओमान के भारतीय दूतावास से संपर्क किया।

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