Human Trafficking Case Kanpur: खाड़ी देशों में भेज दीं 250 भारतीय महिलाएं, तस्कर गैंग के सरगना ने उगला सच
मानव तस्कर गैंग के सरगना अमीन को कानपुर पुलिस ने बेंगलुरु में गिरफ्तार किया है इससे पहले उसके दो साथी पकड़े जा चुके हैं। वह नौकरी का झांसा देकर महिलाओं को विदेश भेजता था। कानपुर व उन्नाव की दर्जनों महिलाओं को ओमान भेज चुका था।
कानपुर, जेएनएन। अच्छी नौकरी और वेतन का झांसा देकर कानपुर, उन्नाव और दूसरे राज्यों की करीब 250 महिलाओं को ओमान, सऊदी अरब, कुवैत आदि खाड़ी देशों में भेजने वाले मानव तस्कर गिरोह के सरगना अमीन को शुक्रवार को क्राइम ब्रांच टीम ने कर्नाटक के बेंगलुरु जाकर गिरफ्तार कर लिया। सरगना को ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर लाया जा रहा है। यहां कोर्ट में पेशकर जेल भेजा जाएगा।
डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि आरोपित अमीन ही खाड़ी देशों में बात करके महिलाओं को नौकरी का झांसा देकर भेजता था। उसके एजेंट देश भर में फैले हैं, जो महिलाओं को विदेश में अच्छा वेतन मिलने का झांसा देकर फंसाते हैं और पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज तैयार कराते हैं। आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत जल्द कार्रवाई होगी।
मिले खाड़ी देशों के कई मोबाइल फोन नंबर
पुलिस को अमीन के फोन में ओमान, दुबई, सऊदी अरब आदि देशों के दो दर्जन मोबाइल नंबर मिले हैं। उनके आधार पर जांच हो रही है। पूछताछ में पता लगा है कि अमीन पांच वर्ष में करीब ढाई सौ महिलाओं को खाड़ी देश भेज चुका है। उसे प्रति महिला के हिसाब से उसे 25 से 30 हजार रुपये कमीशन मिलता था।
आन डिमांड महिलाएं पहुंचाता था
आरोपित ने बताया, खाड़ी देशों में मजदूरों की कमी है। भारतीयों को ज्यादा तरजीह दी जाती है, क्योंकि वेतन कम देना पड़ता है और खूब काम लेते हैं। हर माह खाड़ी देशों से डिमांड आती है। उसी के हिसाब से महिलाओं, युवतियों को भेजता था। पासपोर्ट तैयार होने पर वह टूरिस्ट वीजा बनवाता था।
चार महिलाएं हो चुकीं मुक्त, तीन लगा रहीं गुहार
पुलिस के प्रयास से अब तक ओमान में फंसी बेकनगंज की महिला, उन्नाव निवासी राजमिस्त्री की पत्नी और पंजाब के जालंधर व संगरूर की दो महिलाएं मुक्त हो चुकी हैं। उन्नाव व कानपुर की तीन महिलाएं डीसीपी क्राइम को वायस मैसेज भेजकर गुहार लगा रही हैं।
यह था मामला
जनवरी 2021 में उन्नाव के कांशीराम कालोनी निवासी राजमिस्त्री की पत्नी समेत दो महिलाओं को मानव तस्कर गैंग के अतीकुर्रहमान व मुजम्मिल ने अस्पताल में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ओमान भेजा था, जहां दोनों से बंधक बनाकर जबरन काम कराया गया। जिन शेख के घरों पर महिलाएं काम करती थीं, वहां शारीरिक व मानसिक उत्पीडऩ भी होता था। उसे वापस बुलाने के लिए आरोपितों ने उसके पति से 22 हजार रुपये लेने के साथ एक लाख रुपये और मांगे थे। परेशान होकर उसने क्राइम ब्रांच में गुहार लगाई तो कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने मामले में अतीकुर्रहमान व मुजम्मिल को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। उनसे पूछताछ में बेंगलुरु के ट्रैवल एजेंसी संचालक अमीन का गैंग सरगना के रूप में नाम सामने आया था।