Human Trafficking Case Kanpur: ओमान में फंसी तीसरी महिला को भी कराया रिहा, 13 मई को लौट आएगी अपने वतन
ओमान में भारतीय मूल की महिलाओं के फंसे होने की जानकारी के बाद कानपुर पुलिस की पहल से सफलता मिली है। अबतक दो महिलाओं को मुक्त कराकर भारत लाया जा चुका है। संगरूर की परमजीत कौर भी भारतीय दूतावास पहुंच गई हैं।
कानपुर, जेएनएन। ओमान में फंसी महिलाआें को रिहा कराने में कानपुर पुलिस को एक और सफलता मिली है। उन्नाव और फिल्लौर पंजाब की महिलाओं को मुक्त कराने के बाद अब कानपुर पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) के प्रयास से ओमान के भारतीय दूतावास ने सोमवार को संगरूर की रहने वाली तीसरी महिला को भी मुक्त करा लिया है। 13 मई को महिला को भारत भेजने के लिए टिकट व अन्य जरूरी दस्तावेज तैयार कराए जा रहे हैं। भारतीय दूतावास पहुंचकर महिला ने वायस मैसेज भेजकर ये जानकारी दी है।
अच्छी नौकरी का झांसा देकर एजेंट महिलाओं को दुबई, सऊदी अरब, ओमान, कतर आदि खाड़ी देशों में भेज रहे हैं। ओमान भेजी गई ऐसी ही कुछ महिलाओं को ओमान की नौकर-नौकरानी उपलब्ध करवाने वाली एजेंसी ने बंधक बना लिया था। इसके बाद उनका शोषण किया गया। पिछले माह उन्नाव निवासी राजमिस्त्री ने पुलिस से ओमान भेजी गई पत्नी को मुक्त कराने की गुहार लगाई थी, तब क्राइम ब्रांच टीम ने जांच शुरू की थी। महिला को ओमान भेजने वाले दोनों एजेंटों को जेल भेजने के बाद पुलिस ने ओमान के भारतीय दूतावास से संपर्क करके महिला को वापस बुलाया था।
बीते रविवार को पंजाब के जालंधर निवासी रेशमा को भी सकुशल वापस बुला लिया गया। अब पंजाब के संगरूर जिले की महिला परमजीत कौर के भी ओमान से वापस आने का रास्ता साफ हो गया है। वायस मैसेज भेजकर महिला ने बताया कि सोमवार को वो भारतीय दूतावास पहुंच गई हैं। पुलिस उपायुक्त सलमान ताज पाटिल ने बताया कि संगरूर निवासी महिला के वापस आने पर बयान लिए जाएंगे।