उन्नाव में अस्पताल कर्मचारियों पर बच्चा बदलने का आरोप, प्रसूता बोली, चार बेटियों के बाद हुआ था बेटा
हरियावर गांव निवासी विमल कुमार ने बताया कि उसने अपनी गर्भवती पत्नी सुनीता को बीते शनिवार बांगरमऊ सीएचसी पर लाकर मौजूद नर्स को दिखाया था। नर्स ने उसे दूसरे दिन बुलाया। रविवार को उसे प्रसव पीड़ा होने पर शाम करीब पांच बजे वह सुनीता को लेकर सीएचसी पहुंचा।
उन्नाव, जागरण संवाददाता। बांगरमऊ कोतवाली अंतर्गत हरियावर गांव निवासी महिला ने सीएचसी कर्मियों पर उसका बच्चा बदलने का आरोप लगा कोतवाली में तहरीर दी है। उसके अनुसार, नर्स ने पहले उसे बताया कि उसे बेटा हुआ है और खुशी के लिये रुपए ले लिए। इसके एक घंटे बाद उसे बेटी थमा दी। इससे वह बेहोश हो गई। डाक्टर ने उसे जिला अस्पताल भेज दिया। पति ने कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
हरियावर गांव निवासी विमल कुमार ने बताया कि उसने अपनी गर्भवती पत्नी सुनीता को बीते शनिवार बांगरमऊ सीएचसी पर लाकर मौजूद नर्स को दिखाया था। नर्स ने उसे दूसरे दिन बुलाया। रविवार को उसे प्रसव पीड़ा होने पर शाम करीब पांच बजे वह सुनीता को लेकर सीएचसी पहुंचा। जहां करीब दो घंटे बाद सुनीता ने एक बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद नर्स ने आकर विमल को बेटा होने की जानकारी दी और 1100 रुपये मांगे। चार बेटियों के बाद बेटा होने की बात सुन वह काफी खुश था जिससे उसने नर्स को 1100 रुपये दे दिए। करीब एक घंटे बाद नर्स ने एक बच्ची लाकर उसे सौंपी और कहा कि उसकी पत्नी ने बच्ची को जन्म दिया है। यह सुनते ही सुनीता बेहोश हो गई। जिसे डाक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर गया। लेकिन, पानी पिलाने के कुछ ही देर में उसकी हालत में सुधार हो गया। पीडि़त ने कोतवाली में नर्स पर बच्चा बदलने का आरोप लगा तहरीर दी है। सीएचसी प्रभारी डा. मुकेश ङ्क्षसह ने बताया बच्चा बदलने की बात गलत है। सफाई कर्मी के गलत सूचना देने और नेग में रुपये मांगने की जांच कराई जा रही है। कोतवाल बृजेंद्र नाथ शुक्ला ने बताया कि तहरीर मिली है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ डा. सत्यप्रकाश ने बताया कि सीएचसी अधीक्षक से मामले की रिपेार्ट लेकर जांच कराऊंगा जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।