महोबा में बरात में आए घोड़े ने दस वर्षीय बच्चे को कुचला, रस्सी तोड़कर भागा था घोड़ा

शनिवार को दोपहर के समय वहां कुछ बच्चे खेल रहे थे। तभी घोड़ा रस्सी तोड़ कर भागने लगा। यह देख बच्चे भी तितर बितर हो गए। वहीं पैर फंस जाने से कस्बा निवासी संतू का दस वर्षीय पुत्र धीरेंद्र गिर गया।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 05:50 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 05:50 PM (IST)
महोबा में बरात में आए घोड़े ने दस वर्षीय बच्चे को कुचला, रस्सी तोड़कर भागा था घोड़ा
दिवंगत धीरेंद्र फाइल फोटो, घुड़सवार ने घोड़ा एक पाइप में बांध दिया था

महोबा, जेएनएन। महोबा में घोड़ा की चपेट में आकर एक दस वर्षीय बच्चा गंभीर रूप से जख्मी हो गया। स्वजन उसे बेलाताल सीएचसी ले गए जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। अजनर कस्बा निवासी हाशिम की पुत्री की बारात आई थी। बरात कस्बा के सुखानंद विद्यालय में ठहराई गई थी। स्कूल के पास ही घुड़सवार ने घोड़ा एक पाइप में बांध दिया था।

शनिवार को दोपहर के समय वहां कुछ बच्चे खेल रहे थे। तभी घोड़ा रस्सी तोड़ कर भागने लगा। यह देख बच्चे भी तितर बितर हो गए। वहीं पैर फंस जाने से कस्बा निवासी संतू का दस वर्षीय पुत्र धीरेंद्र गिर गया। वह उठ पाता इससे पहले घोड़ा उसे कुचलता हुआ निकल गया। सिर और सीने में गहरी चोट आने से बालक गंभीर से जख्मी हो गया। वहां मौजूद लोगों ने बच्चे की पिता को सूचना दी। घायल बच्चे बेलाताल अस्पताल लाया गया। यहां बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। पिता संतू ने बताया कि तीन पुत्रों में कक्षा दो का छात्र धीरेंद्र सबसे बड़ा था। घटना के बाद उसका भाई आठ वर्षीय जयकरन, छह वर्षीय पुष्पेंद्र बेहाल हैं। मां सरला बेटे की मौत से बेसुध हो चुकी है। अजनर थाना प्रभारी अभिमन्यू सिंह ने बताया कि घोड़े से कुचल कर बच्चे की मौत होने की जानकारी मिली है, मामले की जांच की जा रही है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

अभिभावकों को रहना चाहिए सतर्क : मनोचिकित्सक प्रेमदास कहते हैं कि बच्चों के खेलते समय अभिभावकों को ध्यान देना चाहिए, घोड़ा, हाथी आदि जैसे जानवर बहुत जल्द भड़क जाते हैं। बच्चों को उनसे दूर रखना चाहिए। यदि ऐसे जानवरों को छेड़ दिया जाए तो वह भड़क सकते हैं। वह जानलेवा हमला भी कर देते हैं।

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