आपके सुरक्षित सफर की राह में हेलमेट और सीट बेल्ट ही सच्चे साथी

संभल कर चलें क्योंकि घर पर आपका हो रहा इंतजार, नियम तोड़ना शान न समझें।

By Edited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 01:41 AM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 01:37 PM (IST)
आपके सुरक्षित सफर की राह में हेलमेट और सीट बेल्ट ही सच्चे साथी
आपके सुरक्षित सफर की राह में हेलमेट और सीट बेल्ट ही सच्चे साथी
कानपुर (जागरण संवाददाता)।  यातायात नियम सुरक्षित सफर के लिए बनाया गया सबसे बेहतरीन फार्मूला है। यातायात नियम का पालन करने से राह आसान हो जाती है। यह समझना ही होगा कि नियमों को तोड़ना शान नहीं बल्कि लापरवाही है। जरा सी चूक खतरनाक साबित हो सकती है। कई बार जल्दबाजी भी बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकती है। ध्यान रखें, घर पर कोई आपका इंतजार कर रहा है।
हेलमेट और सीट बेल्ट सुरक्षित सफर के सच्चे साथी हैं। ट्रैफिक पुलिस और संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) का चेकिंग अभियान या कार्रवाई प्रताड़ित करने के लिए नहीं बल्कि हादसे रोकने के लिए है। आरटीओ प्रवर्तन राकेश सिंह का कहना है कि हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग सुरक्षित सफर की निशानी है। सड़क हादसे में मौत की सबसे बड़ी वजह सिर पर चोट लगना होता है। वाहन चालकों के लिए ट्रैफिक नियमों को मानना जरूरी है।
50 फीसद ही लगाते हेलमेट और सीट बेल्ट
शहर में 50 फीसद लोग ही हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग करते हैं। काफी संख्या में ऐसे लोग हैं जो घर से हेलमेट लेकर निकलते हैं, लेकिन सिर पर नहीं लगाते हैं। पीछे बैठने वाले दो फीसद ही मानते नियम दोपहिया वाहनों के पीछे बैठने वाले महज दो फीसद ही हेलमेट का प्रयोग करते हैं। इनमें से अधिकतर बुजुर्ग होते हैं। कार चालक के बगल में बैठी सवारियों की अगर बात की जाए तो केवल पांच से सात फीसद ही सीट बेल्ट लगाते हैं।
15 फीसद युवतियां लगाती हेलमेट
परिवहन विभाग के मुताबिक शहर में केवल 15 फीसद युवतियां ही हेलमेट का प्रयोग कर रही हैं। अधिकतर युवतियां और महिलाएं चेहरे पर नकाब बांध कर स्कूटी चला रही हैं। यह स्थिति गंभीर है।
स्पो‌र्ट्स से लेकर ओपन फेस हेलमेट की रेंज
बाजार में कई तरह के हेलमेट आते हैं। इसमें फुल फेस, ओपन फेस, स्पो‌र्ट्स, फ्लिपअप हेलमेट शामिल हैं। यह बीआइएस और आइएसआइ मार्क के आते हैं। इनकी 300 से 2500 रुपये तक की रेंज होती है। एक आटो मोबाइल शॉप के संस्थापक केके गुप्ता के मुताबिक स्टड्स, स्टील बर्ड, वेगा, रौंगलर, एरगो, पॉवर और स्लीक ब्रांडेड कंपनियां हैं। हेलमेट का वजन 750 ग्राम से लेकर एक किलो 800 ग्राम तक होता है। हेलमेट वजन रेंज स्टड्स 850-1.8 किलो 650-2200 स्टील बर्ड 850-1.8 किलो 750-2500 वेगा 700-1.8 किलो 650-3000 रैंगलर 800-1.5 किलो 500-2000 एसएमके 1.2-1.8 किलो 2750-5500 300 से 550 तक की रेंज हेलमेट में एग्रो, जागृति, केएलएन, ओटीएच, किवी समेत कई ऐसी कंपनियां हैं, जिनकी कीमत 300 से 550 रुपये तक है।
सुरक्षित सफर के लिए क्यों जरूरी हेलमेट व सीट बेल्ट
- हादसे के वक्त हेलमेट से दोपहिया वाहन चलाने और पीछे बैठी सवारी का सिर सुरक्षित रहता है।
- सीट बेल्ट के प्रयोग से दुर्घटना में कम से कम चोट लगती है। चालक के डैश बोर्ड से टकराने का खतरा कम हो जाता है।
- कार की अगली और पिछली सीट पर बैठकर बेल्ट का प्रयोग न करने से कार से बाहर गिरने की आशंका काफी होती है।
- सीट बेल्ट से अचानक स्पीड ब्रेकर आने पर शरीर में कम से कम झटके लगते हैं।
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