Kanpur fire in hospital: पूरी नहीं हुई जांच और हैलट से वापस कार्डियोलॉजी अस्पताल शिफ्ट करा दिए मरीज
कानपुर के हृदय रोग संस्थान में आग लगने की घटना के बाद जांच में अभी चार से पांच दिन लगेंगे। अभी तक इलेक्ट्रिकल सेफ्टी की एनओसी तक नहीं मिल सकी है और अस्पताल में खराब पैनल बदलने और मरम्मत काम पूरा नहीं हो सका है।
कानपुर, जेएनएन। लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान में शार्ट सर्किट से आग लगने के बाद मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद महानिदेशक अग्निशमन सेवाएं एवं विद्युत सुरक्षा ( इलेक्ट्रिकल सेफ्टी) के अधिकारियों की टीम ने संस्थान का निरीक्षण किया था। घटना के देर रात प्राथमिक रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपी थी। इसमें तमाम खामियां बताईं गईं थी। साथ ही सुझाव भी दिए थे, उन सब को दरकिनार करते हुए सोमवार की रात ही मरीजों को हैलट से हृदय रोग संस्थान शिफ्ट करा लिया गया।
हृदय रोग संस्थान के भूतल में आग लगने के बाद न पैनल ठीक कराए गए और न ही आग से निपटने की तैयारी की गई है। विद्युत सुरक्षा से जुड़ी जांच अभी पूरी नहीं हुई है। अधिकारियों का कहना है कि जांच में पांच से छह दिन लगेंगे। होली की वजह से जांच में अड़चन आ रही थी। हृदय रोग संस्थान से उस दिन एहतियातन मरीजों को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट के वार्ड तीन एवं न्यूरो साइंस सेंटर में शिफ्ट कराया गया था। बिना सुरक्षा उपाए किए ही उन सभी मरीजों को वापस बुला लिया गया है। संस्थान की सभी सेवाएं बहाल कर दी गईं हैं। जहां आग लगी थी, उसे इलेक्ट्रिशियन से चेक करा लिया है। एसी यूनिट भी ठीक हैं। मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया था। अब कोई दिक्कत नहीं है। जांच के लिए कमेटी गठित की है। -डॉ. विनय कृष्ण, निदेशक, हृदय रोग संस्थान घटना वाले दिन जांच की गई थी, जो अभी पूरी नहीं हुई है। इस दौरान तमाम खामियां मिली थीं। शाम छह बजे के बाद संस्थान में कोई उपलब्ध नहीं था। इस वजह से जांच में अड़चन भी आई। रविवार देर रात मंडलायुक्त को प्राथमिक रिपोर्ट दे दी थी। पूरी जांच के बाद ही एनओसी दी जाएगी। -आरके उमराव, अभियंता, विद्युत सुरक्षा विभाग।