गुजरात से बिहार जा रहे निजी कंपनी के कर्मचारी की कानपुर में मौत, हार्ट पेशेंट होने की बात आई सामने

फजलगंज थाना प्रभारी अजय प्रताप सिंह ने बताया कि साथ में यात्रा कर रहे सद्दाम व कियामुद्दीन से पूछताछ में पता लगा है कि सत्येंद्र हार्ट पेशेंट थे। लगभग डेढ़ माह पूर्व वह काम करने गुजरात गए थे। वहीं पर उनकी तबीयत ज्यादा बिगडऩे लगी थी।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 10:22 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 10:22 PM (IST)
गुजरात से बिहार जा रहे निजी कंपनी के कर्मचारी की कानपुर में मौत, हार्ट पेशेंट होने की बात आई सामने
हार्ट पेशेंट की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। गुुजरात से साथियों के साथ निजी बस से बिहार जा रहे निजी कंपनी के कर्मचारी सत्येंद्र ङ्क्षसह की सोमवार शाम फजलगंज में समय शताब्दी बस टर्मिनल के बाहर तबीयत बिगड़ गई। उनके साथी कर्मचारी जब तक उन्हें अस्पताल ले जाते, उनकी मौत हो गई। 

पुलिस के मुताबिक बिहार के सीवान जिले के तरवारा थाना क्षेत्र के नथनपुरा गांव निवासी 40 वर्षीय सत्येंद्र ङ्क्षसह गुजरात के मोरबी लालपार स्थित विक्टोरिया सेफ्टी टैंक कंपनी में नौकरी करते थे। दिल की बीमारी से पीडि़त होने के कारण सत्येंद्र का इलाज चल रहा था। साथी कर्मचारियों ने बताया कि 11 अप्रैल की सुबह नौ बजे सत्येंद्र बिहार स्थित घर जाने के लिए उनके साथ चले थे। शहर आने पर समय शताब्दी बस टर्मिनल के बाहर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। साथी कर्मचारियों ने उन्हें एक बेंच पर बैठाया और इससे पहले ही किसी सवारी वाहन से सत्येंद्र को अस्पताल ले जाते, उन्होंने दम तोड़ दिया।

लॉकडाउन की आशंका और स्वास्थ्य बिगडऩे पर घर लौट रहे थे सत्येंद्र: लॉकडाउन होने की आशंका और तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर सत्येंद्र गुजरात छोड़कर घर लौट रहे थे, लेकिन घर नहीं पहुंच सके। सीवान के बड़हरिया थानाक्षेत्र के पडरौना गांव निवासी साथी सद्दाम सैफी ने बताया कि सत्येंद्र की तबीयत कई दिन से खराब थी। वापस जाने के लिए उन्हें किसी का साथ नहीं मिल रहा था। रविवार सुबह जब सद्दाम व कियामुद्दीन को जाते देख सत्येंद्र ने भी साथ चलने की इच्छा जताई। सत्येंद्र का साला उन्हें बस स्टैंड तक छोडऩे भी आया था। हादसे की सूचना सबसे पहले उसी को दी है। सद्दाम व कियामुद्दीन ने बताया कि जिस कंपनी में वे काम करते थे, वहां का ठेकेदार महज ढाई सौ रुपये दिहाड़ी पर काम लेना चाहता था। इसीलिए वे भी गुजरात छोड़ आए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण बढऩे पर गुजरात में इसी महीने लॉकडाउन होने की आशंका जताई जा रही है। 

इनका ये है कहना: फजलगंज थाना प्रभारी अजय प्रताप ङ्क्षसह ने बताया कि साथ में यात्रा कर रहे सद्दाम व कियामुद्दीन से पूछताछ में पता लगा है कि सत्येंद्र हार्ट पेशेंट थे। लगभग डेढ़ माह पूर्व वह काम करने गुजरात गए थे। वहीं उनकी तबीयत ज्यादा बिगडऩे लगी थी। इधर, लॉकडाउन होने की आशंका पर वह तीनों वापस घर लौट रहे थे।

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