पांच दिन तक बुखार न उतरे तो कराएं खून की जांच, पढ़िए- आपके सवाल और डॉक्टर के जवाब
कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कालेज की उप प्राचार्य एवं मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. रिचा गिरि ने दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर कार्यक्रम में हिस्सा लेकर कॉलर के सवालों के जवाब देकर जिज्ञासा को शांत किया और मौसमी बीमारी से बचाव की जानकारी दी।
कानपुर, जेएनएन। बारिश संग तापमान की उठापटक से संक्रामक और मौसमी बीमारियां पांव पसार रही हैं। वायरल बुखार के साथ जोड़ों में दर्द, उल्टी-दस्त और सांस फूलने जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें। तीन से पांच दिन में बुखार न उतरने पर डाक्टर को जरूर दिखाएं। उनकी सलाह पर खून के टेस्ट और जरूरी होने पर डेंगू की जांच कराएं। ये बातें बुधवार को जीएसवीएम मेडिकल कालेज की उप प्राचार्य एवं मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. रिचा गिरि ने दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर में कॉलर के सवालों का जवाब देते हुए कहीं।
वायरल और डेंगू के लक्षण व बचाव के उपाय बताएं? राम प्रसाद, अमेजन सिक्योरिटी।
- डेंगू बुखार मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। इसका मच्छर दिन में काटता है और छह फीट से अधिक ऊपर उड़ नहीं सकता। यह मच्छर जुलाई से अक्टूबर तक सर्वाधिक सक्रिय रहता है। इसका मच्छर साफ पानी में लार्वा देता है। इसलिए जलभराव न होने दें। स्वयं एवं बच्चों को पूरी बांह के कपड़े पहनाएं। बुखार आने पर सिर्फ पैरासिटामाल टेबलेट ही लें। दर्द निवारक दवाएं भूल कर भी न लें। बुखार न उतरने पर डाक्टर को दिखाएं।
तीन दिन से बुखार था, उसके बाद से जोड़ों में भीषण दर्द है। चिकनगुनिया तो नहीं? मिथिलेश ग्वालटोली।
- वायरल फीवर में जोड़ों में दर्द, उल्टी दस्त, खांसी-जुकाम और सांस फूलने की समस्या होती है। खून की जांच कराएं। डाक्टर को लगेगा तो वह चिकनगुनिया की जांच कराएंगे।
तीन दिन से बुखार आ रहा है, अब सीने में दर्द भी है? सुनील तिवारी, आचार्य नगर।
- वायरल फीवर है, 650 एमजी की पैरासिटामाल सुबह-शाम लें। आराम नहीं मिलने पर डाक्टर को दिखाएं।
डेंगू के संक्रमण का कैसे पता चलेगा, कहां जांच कराएं? करमवीर, गोविंद नगर।
- डेंगू के संक्रमण का पता लगाने के लिए एलाइजा टेस्ट है, जो जीएसवीएम मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग में होता है। इसके लिए डाक्टर की सलाह जरूरी है।
डायबिटीज रोगी वायरल बुखार से कैसे बचाव करें? नवल किशोर, किदवई नगर।
- डायबिटीज पीडि़त को अगर वायरल बुखार या किसी प्रकार का संक्रमण होता है तो शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। मधुमेह नियंत्रित रहने पर दूसरी बीमारियों से लडऩे की क्षमता बेहतर रहती है।
खांसी, बुखार और सिर में दर्द रहता है? मनदीप, शास्त्री नगर।
- पांच दिन से अधिक बुखार व खांसी रहने पर खून की जांच जरूर कराएं। यह वायरल निमोनिया या बैक्टीरियल निमोनिया हो सकता है।
दो दिन बुखार आया, उसके बाद से खांसी और सांस फूलती है? अनीता गुप्ता, यशोदा नगर।
- जैसे लक्षण आप बता रही हैं, उसके हिसाब से यह बैक्टीरियल इंफेक्शन लग रहा है। एलएलआर अस्पताल की ओपीडी में दिखाएं। खून की जांच से ही स्थिति का पता चलेगा।
तीन वर्षीय बच्चे के शरीर में बुखार के बाद छोटे-छोटे दाने निकल आए हैं? जितेंद्र, घाटमपुर।
- चिकनपाक्स और डेंगू बुखार होने पर भी दाने हो सकते हैं। कई बार वायरल बुखार में भी दाने निकल आते हैं। एक बार आप बच्चे को बाल रोग अस्पताल में जरूर दिखाएं।
एलएलआर में निश्शुल्क डेंगू व कोरोना की जांच : पांच दिन से अधिक समय से बुखार आ रहा हो। दवा खाने के बाद भी ठीक न हो। कमजोरी, जोड़ों में दर्द, सांस फूल रही हो। ऐसे में एलएलआर अस्पताल की ओपीडी में दिखाएं। यहां डेंगू की जांच निश्शुल्क होती है। अगर खांसी और सांस भी फूल रही है तो कोरोना वायरस की जांच भी कराएं। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग में दोनों जांचें निश्शुल्क होती हैं।
ध्यान रखें ये जरूरी बातें
- तीन से पांच दिन में बुखार नहीं उतरने पर डाक्टर की सलाह लें।
- खांसी, शरीर में चकत्ते, सांस फूलने, सिर में दर्द, शरीर में दाने निकलना गंभीर लक्षण हैं।
- शरीर को झटके आना, उल्टी-दस्त और नाक-मुंह से खून आना भी गंभीर लक्षणों में आता है।
यह एहतियात जरूर बरतें
- कूलर में पानी न भरें, छत को पूरी तरह से साफ रखें।
- पुराने टायर, टूटे बर्तन एवं घड़ा छत में न रखें, इनमें बारिश का पानी इक_ा होता है।
- डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही अपने लार्वा देता है।
- खुले में बिकने वाले कटे फलों का सेवन कतई न करें।
- बासी भोजन न खाएं, हमेशा ताजा भोजन करें।