कानपुर में 3rd web से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर, जानिए कैसे देंगे मात
ट्रेंड को देखते हुए तीसरी लहर में बच्चों के चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है। इसे देखते हुए शासन-प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। दो बार ऑक्सीजन की किल्लत से जूझने के बाद इस बार पहले से ही कमर कस ली है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण की सेकेंड वेब (दूसरी लहर) ने जमकर कहर बरपाया है। संक्रमण की दर अब कुछ कम हुई है। अब विशेषज्ञ संक्रमण की थर्ड वेब यानी तीसरी लहर की संभावना जता रहे हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण का दो बार के ट्रेंड को देखते हुए तीसरी लहर में बच्चों के चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है। इसे देखते हुए शासन-प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। दो बार ऑक्सीजन की किल्लत से जूझने के बाद इस बार पहले से ही कमर कस ली है। सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में सुविधाएं एवं संसाधन जुटाने की कवायद अभी से शुरू है।
हैलट में 15 दिन में शुरू होगा ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट : जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में लेवल-थ्री कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाया जा रहा है। इसका काम तेजी से चल रहा है। प्राचार्य प्रो. आरबी कमल का कहना है कि कंपनी ने जल्द ही कार्य पूरा करने का दावा किया है। उस हिसाब से उम्मीद है कि 15 दिन में प्लांट शुरू हो सकता है। इसके बाद ऑक्सीजन की दिक्कत नहीं होगी। 180 इंटर्न और 25 नॄसग छात्राएं मिली हैं, जिन्हेंं कोविड कार्य की ट्रेनिंग देकर कार्य में लगाया गया है। पहले चल रहे 110 बेड के कोविड आइसीयू की क्षमता बढ़ाकर 200 कर दी गई है। पीडियाट्रिक आइसीयू के लिए 25 वेंटिलेटर और 25 बाईपैप का प्रस्ताव भेजा गया है।
उर्सला में 15 मई से शुरू होगा ऑक्सीजन प्लांट : उर्सला अस्पताल की इमरजेंसी में ऑक्क्सीजन जनरेशन प्लांट की स्थापना कर ट्रॉयल रन भी शुरू कर दिया गया है। प्लांट से जनरेट होने वाली ऑक्सीजन का नमूना लेकर जांच के लिए नोएडा भेजा गया है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद उसे मरीजों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। उर्सला के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि 15 मई को प्लांट के उद्घाटन की तैयारी की गई है। बच्चों के लिए कोविड बेड बढ़ाने के लिए भी कहा गया है। यहां बाल रोग विशेषज्ञ न होने की दिक्कत है।
कांशीराम अस्पताल में लगेगा ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट : कांशीराम अस्पताल में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने की तैयारी है। इसके लिए कंपनी को आर्डर दे दिया गया है। अस्पताल में तीन बेड और बढ़ाए गए हैं। सीएमएस डॉ. दिनेश सचान ने बताया कि पहले कोविड के 115 बेड थे, जिन्हेंं बढ़ाकर 118 कर दिया गया है। 20 बेड का कोविड आइसीयू पहले से ही चल रहा है। यहां सबसे बड़ी समस्या मैनपावर की है। इस वजह से दिक्कत हो रही है।
निजी अस्पतालों से मांगा डाटा : नर्सिंगहोम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र सरावगी ने बताया कि कोरोना की थर्ड वेब से निपटने की तैयारी प्रशासन ने शुरू कर दी है। 23 निजी कोविड अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाएं और संसाधन का डाटा मांगा है। उसका फार्मेट भी भेजा गया है। सभी नर्सिंगहोम संचालकों को अवगत करा दिया है, जल्द से जल्द सूचना देने के लिए कहा गया है। इस बार बच्चों के लिए आइसीयू बेड बढ़ाए जाने हैं।
कोविड के इंतजाम 03 सरकारी कोविड हॉस्पिटल 23 प्राइवेट कोविड हॉस्पिटल 3430 बेड कोविड के लिए 245 वेंटिलेटर 185 हाई फ्लो नेजल कैनुला 192 बाईपैप