हमीरपुर में दंपती को पहली Covaxin तो दूसरी डोज Covishield लगाई, इस लापरवाही पर CMO ने कही ये बड़ी बात
चौबट्टा मोहल्ला निवासी रविंद्र कुमार गुप्ता ने बताया अपनी पत्नी ममता गुप्ता के साथ कोरोना टीका लगवाने के लिए 24 मार्च को रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसमें सरकारी अस्पताल द्वारा बुक देकर को-वैक्सीन का टीका लगाकर 28 दिन बाद 22 अप्रैल को दूसरे टीका लगवाने के लिए बुलाया
कानपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण को लेकर टीकाकरण में सरकारी अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दंपती को टीकाकरण में पहली और दूसरी डोज अलग-अलग वैक्सीन की लगा दी गईं। बुक और कार्ड से मिलान करने पर सच पता चलने पर दंपती ने शिकायत दर्ज कराई। आरोप है कि संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। वहीं, सीएमओ ने जांच कराकर कार्रवाई की बात कही है।
राठ कस्बा अंतर्गत चौबट्टा मोहल्ला निवासी रविंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि अपनी पत्नी ममता गुप्ता के साथ कोरोना को लेकर टीकाकरण कराने के लिए 24 मार्च 2021 को पंजीयन कराया था। इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राठ में बुक देकर कोवैक्सीन की पहली डोज लगाकर 28 दिन बाद 22 अप्रैल को दूसरी डोज लगाने के लिए बुलाया गया था। बताया कि गुरुवार को पहले से निर्धारित तिथि में डोज लगवाने पहुंचे तो स्वास्थ्य कर्मी ने दूसरी डोज के रूप कोविशील्ड वैक्सीन लगाकर कार्ड बना दिया। संदेह होने पर स्टाफ से बात की, लेकिन टरका दिया। घर पहुंच कर बुक और कार्ड का मिलान करने पर अलग-अलग डोज लगाने की जानकारी हुई। इससे खुद के स्वास्थ्य को लेकर आशंका से घिरे हुए हैं। शुक्रवार को स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी जेपी साहू से मिलकर बात की तो उचित जवाब नहीं मिला। अब शासन स्तर पर शिकायत करेंगे।
लापरवाही छिपाने में भी कर डाली गलती : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राठ के कर्मियों ने अपनी लापरवाही छिपाने के लिए एक और गलती कर डाली। 24 मार्च को उन्हें कोवैक्सीन की डोज देने के बाद अगली डोज के लिए निर्धारित तारीख की बुक दी गई थी। जब 22 अप्रैल को कोविशील्ड की दूसरी डोज लगाई तो पीडि़त के सवाल उठाने पर उसमें तारीखों को पेन से ही काटकर दोनों डोज कोविशील्ड की लगाने की बात दर्ज कर दी।
कोई साइड इफेक्ट नहीं : जिला अस्पताल (पुरुष) के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. विनय प्रकाश का कहना है कि वैक्सीन की अलग-अलग पहली डोज ही लगी है। इसलिए इसे टीकाकरण के तहत पूरा डोज नहीं माना जाएगा। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। हालांकि, स्वास्थ्य कर्मी की लापरवाही जरूर है।
इनका ये है कहना पहली डोज जिस वैक्सीन की लगी थी, उसकी ही दूसरी डोज लगाई जानी चाहिए थी। अलग-अलग वैक्सीन की डोज देने की शिकायत मिली है। जांच कराकर कार्रवाई होगी।
डॉ. आरके सचान, सीएमओ