पान मसाला कारोबारी समूह के आधा दर्जन बैंक खाते सीज, मुखौटा कंपनियों से आए 400 करोड़ रुपये
इससे पहले पान मसाला कारोबारी के यहां से 52 लाख रुपये की नकदी और सात किलो सोना आयकर को मिल चुका है। इसके अलावा जिन मुखौटा कंपनियों से धन लाया गया था उनके 34 बोगस खाते भी आयकर विभाग को मिले हैं।
कानपुर, जेएनएन। पान मसाला कारोबारी समूह पर छापे के बाद रियल एस्टेट कारोबार तक पहुंची आयकर विभाग की जांच रविवार को खत्म हो गई। समूह के आधा दर्जन बैंक खाते सीज किए गए हैं। वहीं, कारोबारी के कानपुर और दिल्ली के कारोबार में मुखौटा कंपनियों के जरिए 400 करोड़ रुपये लाने की जानकारी मिली है।
कानपुर के एसएनके पान मसाला समूह पर बुधवार को मारे गए छापे के बाद आयकर विभाग की जांच दिल्ली में उनके रियल एस्टेट कारोबार तक पहुंची थी। इसमें नोएडा की एसीई कंपनी का नाम भी आया, जो कई प्रोजेक्ट में भागीदार है। इसके बाद अब समूह के ठिकानों पर चल रही आयकर की जांच खत्म हो गई है।
इससे पहले पान मसाला कारोबारी के यहां से 52 लाख रुपये की नकदी और सात किलो सोना आयकर को मिल चुका है। इसके अलावा जिन मुखौटा कंपनियों से धन लाया गया था, उनके 34 बोगस खाते भी आयकर विभाग को मिले हैं। इन कंपनियों से 80 करोड़ रुपये की खाद की फर्जी खरीद बिक्री भी दर्शाई गई है। इन मुखौटा कंपनियों के निदेशकों के पास कोई वित्तीय संसाधन नहीं पाए गए हैं। इसके साथ ही इनमें से बहुत से रिटर्न तक फाइल नहीं करते। ये कंपनियां अपने पते पर भी नहीं हैं और कभी कोई बिजनेस भी नहीं किया।