गुरु-शिष्य परंपरा का पुरातन पर्व गुरुपूर्णिमा आज

गुरु शिष्य की पुरातन भारतीय परंपरा का पावन दिन गुरुपूर्णिमा इस बार जुलाई मा की 24 तारीख को मनाई जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 01:49 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 01:49 AM (IST)
गुरु-शिष्य परंपरा का पुरातन पर्व गुरुपूर्णिमा आज
गुरु-शिष्य परंपरा का पुरातन पर्व गुरुपूर्णिमा आज

जागरण संवाददाता, कानपुर : गुरु शिष्य की पुरातन भारतीय परंपरा का पावन दिन गुरुपूर्णिमा इस बार जुलाई माह की 24 तारीख शनिवार यानि आज पड़ रहा है। पर्व के एक दिन पूर्व शुक्रवार को शहर में आयोजनों के तहत शिष्यों विशेषकर छात्र -छात्राओं ने गुरुओं के श्री चरणों में अपनी श्रद्धा को अर्पित कर जीवन में प्रकाशवान होने का आशीष मांगा। वहीं शनिवार को शहर के विभिन्न हिस्सों में कई आनलाइन आयोजन किए जाएंगे।

आकाश इंस्टीट्यूट के छात्रों ने सभी गुरुजनों का सम्मान किया। छात्रों और गुरुजनों के इस अनूठे संगम को सभी ने सराहा। आकाश इंस्टीट्यूट के डिप्टी डायरेक्टर बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में पिछले 33 सालों से आकाश इंस्टीट्यूट के हजारों योग्य शिक्षक व संरक्षक, देश-विदेश में मौजूद छात्रों को अपने अनुभव से रूबरू करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर साल गुरु पूर्णिमा के मौके पर इंस्टीट्यूट की ओर से शिक्षकों का सम्मान किया जाता है। शुक्रवार को माल रोड स्थित शाखा में आठ शिक्षकों को छात्रों ने सम्मानित किया। कोरोना महामारी को देखते हुए बहुत ही सीमित जनों की उपस्थिति में कार्यक्रम किया गया। आकाश एजूकेशनल सर्विसेज लिमिटेड के मैनेजिग डायरेक्टर आकाश चौधरी ने ही इस परंपरा को लागू किया। बृजेश त्रिपाठी ने कहा कि कोरोना इंस्टीट्यूट के शिक्षकों ने आनलाइन माध्यम से छात्रों की हर समस्या का समाधान किया। डा.ऐश्वर्य टंडन, अरमान खान, वरुण सोनी आदि उपस्थित रहे।

शनिवार को गुरुपूर्णिमा के दिन शकुंतला शक्तिपीठ में जगत कल्याण के लिए नारायणी महायज्ञ होगा। हरवंश मोहाल स्थित महिला शिक्षा मंडल में महिलाएं गुरु पूजा करेंगी। संचालिका सीता देवी महिलाओं को गुरु का महत्व समझाएंगी। मंडल से जुड़़ीं देशभर की महिलाएं आनलाइन गुरु पूजा करेंगी। जाजमऊ स्थित सिद्धनाथ मंदिर में 50 वर्षों से चली आ रही गुरु-शिष्य की परंपरा का पालन किया जाएगा। श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर में बाबा रमाकांत महाराज का पूजन व अभिषेक महामंडलेश्वर श्रीकृष्णदास महाराज करेंगे।

chat bot
आपका साथी