डीएफसी में मालगाड़ी पर चलाई गोली, फॉरेंसिक टीम बोली-पत्थर के निशान, टूंडला से छह किमी पहले हुई घटना
लोको पायलट ने कहा टूंडला के पास तीन नकाबपोश युवकों में से एक ने गोली चलाई। गाजियाबाद से मुगलसराय जा रही थीं खाली लांगहाल ट्रेन। फॉरेंसिक टीम ने इंजन की जांच की। प्राथमिक जांच के बाद गोली के निशान नहीं मिलने का दावा किया जा रहा है
कानपुर, जेएनएन। डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) पर गाजियाबाद से मुगलसराय जा रही मालगाड़ी के इंजन पर गोली चलने की सूचना से गुरुवार को सनसनी फैल गई। जीएमसी यार्ड में फॉरेंसिक टीम ने इंजन की जांच की। प्राथमिक जांच के बाद गोली के निशान नहीं मिलने का दावा किया जा रहा है हालांकि लोको पायलट ने गोली चलने की बात कही है।
गाजियाबाद से खाली लांगहाल ट्रेन (दो इंजन के साथ जोड़ी गईं दो मालगाड़ियां लेकर लोको पायलट मान सिंह मीणा और गार्ड शशि रंजन मुगलसराय के लिए निकले थे। सुबह करीब आठ बजे ट्रेन 60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेन टूंडला की ओर बढ़ रही थी। टूंडला से छह किमी पहले प्वाइंट नंबर 733 पर लोको पायलट को गोली चलने का आभास हुआ। उन्होंने सेक्शन पर जाकर ट्रेन रोकी। मान सिंह मीणा ने बताया कि तीन युवक ट्रैक के किनारे खड़े थे। उनके चेहरे ढंके थे। ट्रेन करीब आते ही उनमें से एक ने फायर कर दिया। युवक कौन सा असलहा लिए थे, वह नहीं बता पाए। उन्होंने इंजन पर गोली के निशान होने की बात कहकर उच्चाधिकारियों को सूचना दी। जिस पर ट्रेन को कानपुर जीएमसी यार्ड ले जाने के निर्देश मिले। सुबह 11:29 बजे ट्रेन जीएमसी यार्ड पहुंची। वहां पहले से मौजूद फॉरेंसिक टीम ने जांच की। इंजन के साथ ही अन्य डिब्बों की भी जांच की गई। फॉरेंसिक अधिकारियों के मुताबिक इंजन पर गोली का निशान नहीं है। उन्होंने पत्थर से निशान की संभावना जताई। दोपहर 12:23 बजे ट्रेन मुगलसराय भेज दी गई।
असलहा नहीं देखा, रंजिश से इन्कार
आरपीएफ इंस्पेक्टर प्यारेलाल ने बताया कि लोको पायलट ने युवकों के हाथ में असलहा न देख पाने की जानकारी दी है। उन्होंने रंजिश से भी इन्कार किया। फॉरेंसिक टीम को पत्थर के निशान लग रहे हैैं। हो सकता है कि शरारती तत्वों ने पत्थर चलाए हों। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि इस रफ्तार से आ रही ट्रेन पर गोली चलाने की घटना असामान्य लगती है।
इनका है कहना
डीएफसी ट्रैक पर यह घटना हुई है। जीआरपी आगरा और प्रयागराज को सूचना देकर घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं। - अजीत कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी प्रयागराज मंडल
रेलवे ने घटना की जांच के निर्देश दिए हैं। लोको पायलट-गार्ड के बयान और जांच रिपोर्ट के बाद ही कुछ स्पष्ट बता सकेंगे। - वेद प्रकाश, जनसंपर्क अधिकारी डीएफसीसीआइएल