SGPGI की तर्ज पर कानपुर में भी सुपर स्पेशलिटी ब्लाक, एम्स के निर्देशन में जीएसवीएम में शुरुआत

कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कालेज में एम्स के निर्देशन में लखनऊ एसजीपीजीआई की तर्ज पर 240 बेड का सुपर स्पेशयलिटी ब्लाक तैयार है । यहां पर बिना आनलाइन पंजीकरण कराए डाक्टरों से मरीज परामर्श नहीं ले सकेंगे ।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 10:56 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 10:56 AM (IST)
SGPGI की तर्ज पर कानपुर में भी सुपर स्पेशलिटी ब्लाक, एम्स के निर्देशन में जीएसवीएम में शुरुआत
कानपुर के एलएलआर अस्पताल में तैयार हुआ सुपर स्पेशलिटी ब्लाक।

कानपुर, जागरण संवाददाता। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) परिसर के जीटी रोड साइड में तैयार मल्टी सुपर स्पेशयलिटी ब्लाक लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआइ) की तर्ज पर संचालित होगा। नए सुपर स्पेशयलिटी ब्लाक की ओपीडी में मरीज दिखाने के लिए आनलाइन अप्वाइंटमेंट लेना होगा।

प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएवाई) के तहत 200 करोड़ रुपये से छह मंजिला 240 बेड का सुपर स्पेशयलिटी ब्लाक तैयार है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स दिल्ली) के डायरेक्टर के निर्देशन में ब्लाक की डिजाइन, उपकरण व मरीजों के लिए सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं, जहां आठ सुपर स्पेशयलिटी विभाग की अलग-अलग ओपीडी, इनडोर एवं आइसीयू हैं।

इस ब्लाक में लगेंगे 400 कंप्यूटर : नए ब्लाक की ओपीडी के लिए आनलाइन अप्वाइंटमेंट (पंजीकरण) कराने के लिए ई-हास्पिटल सिस्टम के साथ 400 कंप्यूटर लगाए जाने हैं। हर विभाग की ओपीडी में सीमित संख्या में मरीज देखे जाएंगे।

पेपर वर्क नहीं, आनलाइन कार्य : यहां पेपर वर्क नहीं, आनलाइन कार्य होगा। कंसल्टेंट के कक्ष और ओपीडी में एडवांस कंप्यूटर सिस्टम रहेंगे। डाक्टर कंप्यूटर स्क्रीन पर मरीजों की आइडी खोलकर उनकी हिस्ट्री लिखेंगे। उसमें ही जरूरी पैथालाजिकल व रेडियोलाजिकल जांचें लिखकर संबंधित विभाग को भेज देंगे। मरीज जांचें कराने के बाद जब दोबारा आएंगे तो डाक्टर जांचों के आधार पर दवाएं लिखेंगे।

आठ सुपर स्पेशलिटी विभाग में पढ़ाई : एंडोक्राइनोलाजी, नेफ्रोलाजी, यूरोलाजी, गैस्ट्रो मेडिसिन, पेन एवं पैलिएटिव मेडिसिन विभाग, न्यूरो रेडियोलाजी विभाग, फिजिलक मेडिसिन एवं रिहैबिलिटेशन विभाग, आर्थोपेडिक की आर्थोप्लास्टी विभाग होंगे। सुपर स्पेशयलिटी की पढ़ाई होगी।

चार विभागों का विस्तार : न्यूरो सर्जरी, न्यूरोलाजी, न्यूरो एनस्थीसिया विभाग, पीडियाट्रिक सर्जरी व गैस्ट्रो सर्जरी का विस्तार होगा। इनके लिए उपकरण मंगाए हैं।

सभी जांच व सुविधाएं : नए ब्लाक में सभी अत्याधुनिक जांच की सुविधा होगी। रीढ़ की हड्डी, मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र से लेकर आंत, पेट व हड्डियों से जुड़ी पैथालाजी एवं डायग्नोस्टिक जांचें होंगी। खून से जुड़ी हर जांच होगी। वहीं, डायग्नोस्टिक सेंटर में एमआरआइ, सीटी स्कैन, डिजिटल एक्सरे एवं अल्ट्रासाउंड समेत अन्य सुविधाएं होंगी।

-सुपर स्पेशलिस्ट डाक्टर व कर्मचारियों की तैनाती का प्रस्ताव शासन को भेजा है। अत्याधुनिक उपकरण भी आने लगे हैं। इस ब्लाक में पेपरलेस कार्य होगा। आनलाइन फाइल में इलाज से लेकर जांच का रिकार्ड सुरक्षित रहेगा। इसके लिए एडवांस कंप्यूटर खरीदने चार करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा है। इस ब्लाक का निर्माण, सुविधाएं व संसाधन एम्स दिल्ली के निर्देशन में मुहैया कराए गए हैं। - डा. मनीष सिंह, विभागाध्यक्ष, न्यूरो सर्जरी व नोडल अफसर, पीएमएसएसवाई, जीएसवीएम मेडिकल कालेज।

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