GSVM एलएलआर अस्पताल में कमेटी ने शुरू की जांच, बेटे को कंधे पर लेकर इलाज के लिए दौड़ता रहा था पिता
कानपुर के एलएलआर अस्पताल में एक पिता दो इमरजेंसी के बीच बेटे को कंधे पर लेकर दौड़ता रहा था। बालक की मौत के बाद आरोपितों पर जुर्माना लगाया गया था। कार्रवाई से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को अवगत नहीं कराया गया।
कानपुर, जेएनएन। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) की इमरजेंसी में पिता के कंधे पर बेटे द्वारा दम तोडऩे के मामले में तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। वर्ष 2016 में एलएलआर अस्पताल एवं बाल रोग विभाग की इमरजेंसी के बीच, स्ट्रेचर व इलाज न मिलने पर, पिता द्वारा अपने 12 वर्षीय पुत्र को कंधे पर लादकर दौडऩे का मामला सामने आया था,जिसमें पुत्र की मौत उपचार के अभाव में हो गई थी।
शासन द्वारा इस मामले में की गई कार्रवाई से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को अवगत नहीं कराया गया। इस पर आयोग ने तीन-तीन लाख रुपये प्रति आरोपित जुर्माना लगाया था। मामले में शासन ने लचर पैरवी करने वाले दोषियों को चिन्हित करने के आदेश दिए थे। इस के लिए प्राचार्य प्रो. संजय काला ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है, जिसने सोमवार को जांच शुरू कर दी।
कमेटी के अध्यक्ष प्रो. आरके मौर्या, एनाटमी विभागाध्यक्ष प्रो. सुनीति पांडेय और सीएमएस डा. रीता गुप्ता ने पहले दिन मंथन किया। प्रो. मौर्या का कहना है कि वर्ष 2016 में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट के साथ शासन व आयोग से अब तक हुए पत्राचार का ब्योरा मांगा है। उनका कहना है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग और चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के बीच हुए पत्राचार की प्रति भी मांगी है। ताकि कागजात का अध्ययन किया जा सके।