शपथ लेते ही अगले सप्ताह से प्रधान शुरू कर सकेंगे विकास कार्य, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर होगा जोर

पंचायत चुनाव के बाद नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को शपथ दिलाने की तैयारी के साथ गांवों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए एस्टीमेट तैयार कर लिया गया है। 30 जून तक पंचायत भवनों और स्कूलों में निर्माण पूरा कराने पर जोर है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 08:45 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 08:45 AM (IST)
शपथ लेते ही अगले सप्ताह से प्रधान शुरू कर सकेंगे विकास कार्य, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर होगा जोर
कार्यभार संभालते गांवों में प्रधान कराएंगे काम।

कानपुर, जेएनएन। शपथ दिलाने के साथ ही गांवों के विकास की जिम्मेदारी अगले हफ्ते से प्रधानों को सौंपी जा सकती है। पंचायतों के खाते में 132 करोड़ भेज दिए गए हैं। अब प्रधान शपथ लेते ही इस राशि से विकास, स्वच्छता संबंधी और जल संचयन से जुड़े कार्य करेंगे। इसी के साथ ही 560 गांवों में पंचायत भवन या प्राथमिक विद्यालय अथवा उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने का कार्य होगा। इसकी कार्ययोजना व एस्टीमेट तैयार कर लिया गया है। 30 जून तक निर्माण का लक्ष्य है। कार्यभार संभालते ही प्रधान ये कार्य शुरू कर देंगे।

गांवों में अभी विकास के कार्य प्रशासकों द्वारा किए जा रहे हैं। प्रत्येक ग्राम पंचायत में प्रशासक की जिम्मेदारी एडीओ पंचायत के पास है। जैसे ही प्रधान शपथ ले लेंगे, प्रशासकों की भूमिका खत्म हो जाएगी और प्रधान कार्य शुरू कर देंगे। 106 करोड़ रुपये 15 वें वित्त आयोग से और 25 करोड़ रुपये राज्य वित्त आयोग से जिले को आवंटित हुए हैं। अभी जिन गांवों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण नहीं हुआ है उनका सर्वे किया जा रहा है। इसके साथ ही जिन सड़कों का निर्माण होना है, जहां जल निकासी की समस्या है उनकी कार्ययोजना बनाई जा रही है। इन सबके बीच ही सरकार ने हर हाल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण तेजी से कराने के लिए कहा है तो उसका एस्टीमेट डीपीआरओ कमल किशोर ने तैयार करा लिया है। जैसे ही प्रधान कार्यभार ग्रहण करेंगे तत्काल उन्हें इसके निर्माण में लगाया जाएगा। वैसे तो कानपुर में 590 ग्राम पंचायतें हैं, पर इनमें से 30 में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण हो चुका है। 30 जून तक ये सिस्टम स्थापित करने की योजना है ताकि बारिश की बूंदों को सहेजा जा सके।

हां स्थापित हो चुके रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम : उधौ निवादा, खेरसा, मगरासा, हाजीपुर, उदयीपुर, ऐती, इटर्रा, भैरमपुर, हाथीपुर, शीशूपुर, तिलसहरी खुर्द, औरोताहरपुर, देवहा समेत 30 गांव।

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