कानपुर के सरकारी स्कूलों में दो चरणों में होंगे पांच हजार दाखिले, जून तक बढ़ाया गया समय

विभाग की ओर से वैसे तो दूसरे चरण के आवेदन के लिए अप्रैल तक का समय रखा था। हालांकि अप्रैल में कोरोना महामारी की दूसरी और घातक लहर आने के चलते आवेदन के लिए 10जून तक का समय बढ़ा दिया गया।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 04:50 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 04:50 PM (IST)
कानपुर के सरकारी स्कूलों में दो चरणों में होंगे पांच हजार दाखिले, जून तक बढ़ाया गया समय
स्कूल में दाखिले से संबंधित प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। अगर बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर जिले में इस सत्र में पांच हजार बच्चों के निश्शुल्क एवं बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत दाखिला करा लेते हैं, तो यह एक बड़ी बात होगी। दरअसल अभी तक पिछले वर्षों के आंकड़ों को देखें तो पिछले तीन वर्षों में बमुश्किल 1500 तक प्रवेश हो पाए। इसकी मुख्य वजह निजी स्कूलों के प्रबंधक व संचालक की मनमानी रही। उन्होंने विभागीय नियमों को दरकिनार करते हुए और लिपिकों से सांठगांठ कर प्रवेश नहीं होने दिए। जबकि निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए 25 फीसद सीटें अलग से होती हैं। हालांकि, इस सत्र में जहां अभी पहले चरण के प्रवेश हो रहे हैं, वहीं दूसरे चरण के लिए लाटरी जारी हो गई है।

2740 अभिभावकों ने किया था आवेदन: विभाग की ओर से वैसे तो दूसरे चरण के आवेदन के लिए अप्रैल तक का समय रखा था। हालांकि अप्रैल में कोरोना महामारी की दूसरी और घातक लहर आने के चलते आवेदन के लिए 10जून तक का समय बढ़ा दिया गया। उक्त तिथि तक कुल 2740 अभिभावकों ने आवेदन किए थे। जबकि इनमें से 755 बच्चों के फार्म विभिन्न कारणों से रिजेक्ट किए गए। उसके बाद 1985 बच्चों की लाटरी जारी हो गई। वहीं पहले चरण में कुल 3525 बच्चों दाखिला होना है। 

इनका ये है कहना: 

जिले में पहले और दूसरे चरण को मिलाकर कुल 5510 बच्चों की लाटरी जारी हुई है। पहले चरण में 1500 से अधिक प्रवेश भी हुए हैं। हालांकि लक्ष्य है, कि पांच हजार से अधिक बच्चों का प्रवेश कराएंगे।  -  पवन तिवारी, बीएसए 

 
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