कानपुर टाउनशिप में कैद सरकारी जमीन होगी आजाद, डीएम को डूब क्षेत्र के निर्माण चिह्नित करने का मिला आदेश

दैनिक जागरण द्वारा कड़ुवी सच्चाई से वाकिफ कराए जाने पर मंडलायुक्तने समग्र विकास समिति की बैठक के दौरान डीएम आलोक तिवारी और केडीए सचिव एसपी सिंह को निर्देशित किया कि बैराज से मंधना जाने वाले मार्ग के दाहिने तरफ डूब क्षेत्र में जो भी निर्माण हुए हैं उनकी जांच कराएं।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 11:53 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 11:53 AM (IST)
कानपुर टाउनशिप में कैद सरकारी जमीन होगी आजाद, डीएम को डूब क्षेत्र के निर्माण चिह्नित करने का मिला आदेश
कटरी की जमीन की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। गंगा बैराज क्षेत्र में नियोजित विकास के लिए समिति बनने के बाद भी प्रस्तावित न्यू कानपुर सिटी और उसके आसपास विकसित हो रही टाउनशिप में सरकारी जमीन की लूट नहीं थमी। दैनिक जागरण द्वारा आइना दिखाए जाने पर गंभीर हुए मंडलायुक्त ने अब जिलाधिकारी ग्राम समाज की जमीन और चकमार्ग कैद कर लेनी वाली सभी टाउनशिप चिह्नित करें जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।  

कटरी का सबक मिलने के बाद भी केडीए और राजस्व विभाग सरकारी जमीन की लूट और चकमार्गों को तबाह होने से नहीं बचा पा रहा। दैनिक जागरण द्वारा कड़ुवी सच्चाई से वाकिफ कराए जाने पर मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने समग्र विकास समिति की बैठक के दौरान डीएम आलोक तिवारी और केडीए सचिव एसपी सिंह को निर्देशित किया कि बैराज से मंधना जाने वाले मार्ग के दाहिने तरफ डूब क्षेत्र में जो भी निर्माण हुए हैं उनकी जांच कराने के साथ ग्राम समाज की भूमि या केडीए की भूमि पर भी जो कब्जे हैं उनको भी सूचीबद्ध करें। उन्होंने कहा कि ये भी देखा जाए कि किन टाउनशिप में ग्राम समाज या केडीए की भूमि को बाउंड्रीवाल मिलाकर कब्जे में लिया गया है। वहीं मंगलवार को केडीए में सिंहपुर कछार, हिंदूपुर के साथ नारामऊ बांगर व कछार गांव में विकसित हो रही टाउनशिप के अलावा कल्याणपुर-बिठूर मार्ग पर हिंगूपुर में बने रिसार्ट से जुड़ी फाइलों की पड़ताल अभियंताओं ने शुरू कर दी है। कागजी पेशबंदी शुरू कर दी गई है ताकि जांच में बताया जा सके कि कार्रवाई की जा रही है।

कटरी के 15 कब्जेदारों के मकान गिराए जाएंगे: गंगा बैराज स्थित कटरी शंकरपुर सराय, लोधवाखेड़ा और लक्ष्मीखेड़ा गांव में ग्राम समाज की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर मकान बनाने वाले लोगों के मकान को गिराया जाएगा। अवैध निर्माण मिलने पर उनके खिलाफ तहसीलदार सदर के न्यायालय में मुकदमा दर्ज कराया गया था। कुल 26 मामलों में मुकदमा दर्ज कराया गया था। पांच के कब्जे पहले ही गिराए जा चुके हैं। अब 15 और लोगों के कब्जे गिराए जाएंगे। छह लोगों के मामलों की सुनवाई एडीएम न्यायिक व अन्य अदालत में हो रही है। अब तहसीलदार ने आफाक, सोनी शुक्ला, विमला, सुनील, आदेश सोलंकी, उपदेश कुमार, सारिका सिंह, शिवराम निषाद, शशिबाला, प्रीती, सुरेश कुमार, श्याम जी, देवी प्रसाद, राकेश, रामदेवी, विद्या पासी, मनोज शुक्ला और प्रमोद के मकान ढहाने का आदेश दिया है। दो अगस्त के बाद मकान गिराए जाएंगे।

गंगा कटरी के डूब क्षेत्र वाले आवासीय पट्टे रद होंगे: गंगा कटरी के शंकरपुर सराय में गंगा के डूब क्षेत्र में 40 से अधिक लोगों को ग्राम समाज की भूमि का आवासीय पट्टा दिया गया है। अब ये पट्टे रद किए जाएंगे। मंडलायुक्त ने डीएम आलोक तिवारी से कहा है कि वे जांच कराएं। आखिर डूब क्षेत्र में किसी को आवास निर्माण के लिए पट्टे कैसे दिए गए। उन अफसरों के नाम भी उन्होंने मांगे हैं जिन्होंने पट्टे आवंटित किए। यह भी जांचने के लिए कहा है कि फर्जी तरीके से लोगों के नाम खतौनियों में दर्ज तो नहीं हो गए हैं। अब डीएम एसडीएम सदर दीपक पाल और तहसीलदार से जांच कराएंगे और एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपेंगे। इन पट्टों को रद किया जाएगा और अगर अब भी आवंटी पात्र होंगे तो उन्हेंं कहीं और पट्टा दिया जाएगा। मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने कहा कि गलत तरीके से पट्टा आवंटित किए गए हैं जांच होगी और जो दोषी होंगे उन पर कार्रवाई भी होगी।

chat bot
आपका साथी