गोरखपुर से केरल के लिए कल से चलेगी ट्रेन

प्रयागराज से आनंद विहार के बीच ट्रेन छह से आठ नवंबर के बीच चलाई जाएगी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Oct 2021 12:03 AM (IST) Updated:Fri, 29 Oct 2021 12:03 AM (IST)
गोरखपुर से केरल के लिए कल से चलेगी ट्रेन
गोरखपुर से केरल के लिए कल से चलेगी ट्रेन

कानपुर : त्योहार पर भीड़ को देखते हुए रेलवे लगातार स्पेशल ट्रेनें चला रहा है। अब गोरखपुर से एर्नाकुलम (केरल) के लिए 30 अक्टूबर से स्पेशल ट्रेन शुरू होगी जो 15 नवंबर तक चलायी जाएगी। त्योहार के बाद काम पर वापसी को देखते हुए रेलवे प्रयागराज से आनंद विहार के लिए भी ट्रेन चलाएगा। यह ट्रेन छह से आठ नवंबर के मध्य महज तीन दिन चलाई जाएगी।

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- ट्रेन संख्या 05303 गोरखपुर एर्नाकुलम पूजा स्पेशल गोरखपुर से सुबह 8:30 बजे चलकर बस्ती, गोंडा के रास्ते दोपहर 3:05 बजे कानपुर सेंट्रल आएगी। यहां से उरई, नागपुर, पेरंबूर होते हुए दूसरे दिन दोपहर 12 बजे एर्नाकुलम पहुंचेगी। वापसी में यह ट्रेन एर्नाकुलम से रात 11:55 बजे चलकर दूसरी रात 1:10 बजे सेंट्रल और सुबह 8:40 बजे गोरखपुर पहुंचेगी।

- ट्रेन संख्या 01907 प्रयागराज आनंद विहार स्पेशल प्रयागराज से रात नौ बजे चलकर रात 11:15 बजे कानपुर और सुबह सात बजे आनंद विहार पहुंचेगी। वापसी में आनंद विहार से यह ट्रेन सुबह नौ बजे चलकर दोपहर 3:30 बजे सेंट्रल और शाम 6:45 बजे प्रयागराज पहुंचेगी।

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प्रमुखता से दें,,,,,

आज दिनभर बंद रहेगी लखनऊ क्रासिग

कानपुर : क्रासिग मेंटीनेंस कार्य के चलते शुक्रवार को सेंट्रल स्टेशन और मुरे कंपनी पुल के बीच स्थित लखनऊ फाटक क्रासिग नंबर 45 बंद रहेगी। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक 29 अक्टूबर की सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक काम चलेगा। क्रासिग से होकर मालरोड व एक्सप्रेस रोड जाने वाले लोग फेथफुलगंज पुल से होकर मुरे कंपनी के रास्ते एक्सप्रेस रोड और घंटाघर जा सकेंगे।

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प्लेटफार्म पर सुबह शाम गश्त करेगी रेलवे चाइल्ड लाइन

कानपुर :त्योहार पर ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या काफी बढ़ जाती है। भीड़ के चलते अक्सर बच्चे अपने स्वजन से बिछड़ जाते हैं। इसे देखते हुए अब रेलवे चाइल्ड लाइन दिन और रात में सेंट्रल स्टेशन के सभी प्लेटफार्म पर गश्त करेगी। रेलवे चाइल्ड लाइन के समन्वयक गौरव सचान ने बताया कि सेंट्रल स्टेशन पर दोपहर में ट्रेनों की संख्या अधिक रहती है जबकि रात में आठ बजे के बाद ट्रेनों का आवागमन काफी बढ़ जाता है। इसे देखते हुए दो टीमें बनाई गईं हैं। एक टीम दोपहर में सभी प्लेटफार्म पर गश्त करेगी है, जबकि दूसरी टीम रात के समय। टीम के सदस्यों की निगाह ऐसे बच्चों पर होगी जो अकेले हैं या उदास बैठे हैं। पूछताछ में कई बार इस तरह के बच्चे सामने आते हैं जो घर से लड़कर या फिर परिवार के साथ यात्रा के समय बिछड़ जाते हैं।

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