Gold Business News: जेवर होंगे और शुद्ध, अब हॉलमार्क में 20 और 24 कैरेट पर बन रही सहमति

हॉलमार्क को लेकर बनाई गई राष्ट्रीय सलाहकार समिति की पहली बैठक का वर्चुअल आयोजन किया गया। वेबिनार में सराफा व्यापार से जुड़े संगठनों के पदाधिकारियों ने दो करोड़ रुपये से नीचे के कारोबारी को लाइसेंस से मुक्त करने की बात भी रखी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 26 May 2021 12:42 PM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 12:42 PM (IST)
Gold Business News: जेवर होंगे और शुद्ध, अब हॉलमार्क में 20 और 24 कैरेट पर बन रही सहमति
हॉलमार्क को लेकर राष्ट्रीय सलाहकार समिति की बैठक में उठा मुद्​दा।

कानपुर, जेएनएन। हॉलमार्क को लेकर अभी 14, 18 और 22 कैरेट ही मान्य है, लेकिन हॉलमार्किंग को लेकर बनाई गई राष्ट्रीय सलाहकार समिति की पहली बैठक में 20 और 24 कैरेट के हॉलमार्क पर भी सहमति बनती नजर आई। इसके साथ ही दो करोड़ रुपये से नीचे का सालाना कारोबार करने वाले सराफा व्यापारी को इससे लाइसेंस मुक्त रखने की बात भी कही गई।

ग्राहकों मिले सही जेवर

वेबिनार में यूपी सराफा एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष महेश चंद्र जैन ने अपनी बात रखी कि व्यापारी चाहता है कि ग्राहक को सही जेवर मिले, लेकिन इतने सारे कायदे कानून हैं कि वह भी परेशान हो जाता है। वेबिनार की अध्यक्षता कर रहे ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड के महानिदेशक प्रमोद तिवारी से उन्होंने कहा कि छोटे जिले या कस्बे में जहां व्यापारी ग्राहक के ऑर्डर पर जेवर बनाता है तो क्या वह अपनी दुकान बंद कर उस जेवर को हॉलमार्क कराने दूसरे जिले जाएगा। इसलिए कई जगह राहत की जरूरत है।

जेवरों की शुद्धता और बढ़ जाएगी

ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक पंकज अरोड़ा ने वेबिनार में कहा कि 20 और 24 कैरेट के जेवर के हॉलमार्क की बात रखी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी 80 से 85 फीसद की शुद्धता के जेवर बनाए जाते हैं। अगर 20 कैरेट की बात आ जाएगी तो ग्रामीण क्षेत्र की समस्याएं खत्म हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि 20 और 24 कैरेट के जेवर की हॉलमार्किंग पर सहमति बन रही है। इसके अलावा 23 कैरेट पर भी बात हो रही है। अभी 14, 18 व 22 कैरेट ही मान्य हैं। 20, 23 और 24 कैरेट के जेवर मान्य हो गए तो ये छह हो जाएंगे। इसके अलावा ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड का लाइसेंस एक बार में ही फीस लेकर मिले। उसका नवीनीकरण ना हो।

कानपुर में अभी चार हॉलमार्क सेंटर

कानपुर में अभी दो हॉलमार्क सेंटर बिरहाना रोड, एक नयागंज, एक चौक में है। हॉलमार्क अनिवार्य होने के बाद दो तीन सेंटर और खुलने की उम्मीद है। पूरे प्रदेश में 60 सेंटर हैं। ये सेंटर 20 जिलों में हैं, बाकी जिलों में कोई सेंटर नहीं है।

chat bot
आपका साथी