थाने के मालखाने से 18 साल पहले रखे सोने-चांदी के जेवर गायब, कोर्ट ने डीजीपी को भेजा पत्र

कानपुर के घाटमपुर की पुलिस ने ट्रेन लूटकांड के आरोपितों को गिरफ्तार करके जेवर बरामद किए थे । मालखाने से जेवर गायब होने पर न्यायालय ने पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजकर जांच कराने के लिए कहा है ।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:50 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:50 AM (IST)
थाने के मालखाने से 18 साल पहले रखे सोने-चांदी के जेवर गायब, कोर्ट ने डीजीपी को भेजा पत्र
कानपुर पुलिस की लापरवाही फिर उजागर हुई।

कानपुर देहात, जेएनएन। ट्रेन में यात्रियों से लूटपाट के मामले में 18 साल पहले आरोपितों को पकड़कर बरामद किए गए सोने-चांदी के आभूषण थाने के मालखाने से गायब हो गए। मामले की सुनवाई के दौरान अपर जिला एवं सत्र न्यायालय सप्तम में घाटमपुर थाने के पैरोकार ने यह जानकारी दी। न्यायालय ने तत्कालीन थानाध्यक्ष व मालखाना इंचार्ज के खिलाफ जांच के लिए पुलिस महानिदेशक उप्र, पुलिस महानिरीक्षक कानपुर परिक्षेत्र व एसपी कानपुर आउटर को पत्र लिखा है।

जून 2003 में घाटमपुर थाना पुलिस ने फतेहगढ़ (फर्रुखाबाद) के मेरापुर थानांतर्गत बृह्मपुर निवासी सोबरन, मोहर सिंह, मलखान, मुन्नालाल, सूरजपाल, शिशुपाल, सर्वेश, राजाराम सहित नौ आरोपितों के खिलाफ ट्रेन में यात्रियों से लूटपाट का मुकदमा दर्ज किया था। मामले में आरोपितों के पास से 12 सौ ग्राम चांदी, 15 ग्राम सोने के आभूषणों के साथ 45 सौ रुपये नकदी व नशीली दवाएं बरामद की गई थीं। बरामद माल को पुलिस ने सील कर मालखाने में सिपुर्दगी में रखवाया था। अब न्यायालय में सुनवाई के दौरान वादी मुकदमा तत्कालीन थाना प्रभारी तेजपाल के बयान दर्ज किए गए।

वहीं, आरोपितों के पास से बरामद माल की पहचान के संबंध में सेवानिवृत थानाध्यक्ष से सवाल किया गया, लेकिन घाटमपुर थाने के पैरोकार ने बताया कि मालखाने में सील कर रखे गए सोने व चांदी के आभूषण अब वहां नहीं मिल रहे हैं। काफी खोज भी कराई गई। इस पर न्यायालय ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए तत्कालीन मालखाना इंचार्ज व तत्कालीन थानाध्यक्ष के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता धनंजय पांडेय ने बताया कि मालखाना से सोना-चांदी गायब होने पर न्यायालय ने अधिकारियों को जांच के आदेश दिए हैं।

नशीला पदार्थ खिलाकर करते थे घटना : सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता धनंजय पांडेय ने बताया कि आरोपित फतेहगढ़ रेलवे स्टेशन से कानपुर के बीच यात्रियों को नशीला पदार्थ खिलाकर घटनाएं करते थे। उनके पास से नशीली दवा की 110 टेबलेट बरामद हुई थीं। वह यात्रियों को खाद्य पदार्थ में मिलाकर ये दवाएं देते थे। इसके बाद यात्रियों से आभूषण, नकदी सहित अन्य सामान लूट लेते थे। आरोपितों के पास से सोने-चांदी के आभूषण बरामद हुए थे।

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