रात में अगर बिना वजह सड़क पर निकले तो पुलिस को देना होगा इस बात का जवाब
रेलवे स्टेशन और सड़क किनारे झोपडिय़ों में रहने वालों के साथ ही आवश्यक रूप से रात में निकलने वालों की जांच करने के निर्देश दिए हैं। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि बावरिया गिरोह के पांच सदस्यों को इसी वर्ष महराजपुर पुलिस व क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था।
कानपुर, जेएनएन। ठंड के साथ चोरी व लूट की वारदातें बढ़ती देख पुलिस ने एक बार फिर गलियों में कंबल, गद्दे, बर्तन आदि बेचने वालों के सत्यापन की योजना बनाई है। थानेदारों से लेकर बीट सिपाहियों को भी ऐसे सभी लोगों के नाम पते रजिस्टर में नोट करने और संदिग्धों को थाने लाकर पूछताछ करने के आदेश दिए हैं। खास नजर बावरिया और अन्य घुमंतू लोगों पर है। हर साल सर्दी के मौसम में चोरी की वारदात बढ़ जाती हैं। इस बार भी दिवाली से अब तक करीब 14 घटनाएं हो चुकी हैं। ऐसे में अधिकारियों ने थानेदारों से सतर्क रहने और विशेष जांच अभियान चलाने को कहा है। रेलवे स्टेशन और सड़क किनारे झोपडिय़ों में रहने वालों के साथ ही आवश्यक रूप से रात में निकलने वालों की जांच करने के निर्देश दिए हैं। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि बावरिया गिरोह के पांच सदस्यों को इसी वर्ष महराजपुर पुलिस व क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था। यह गिरोह दिवाली की रात से लेकर कर होलिका दहन तक अलग-अलग जगहों पर चोरी लूट की वारदातों को अंजाम देता था। गैंग में एक महिला भी पकड़ी गई थी जो दिन में बर्तन दरियां आदि बेचने के बहाने रेकी करती थी। पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि कॉलोनियों में गश्त बढ़ाएं, सड़कों के किनारे टेंट लगाकर रहने वालों का सत्यापन जरूर करें।
महाराजपुर में पकड़े गए थे बावरिया
महाराजपुर में मार्च के महीने में पुलिस ने गौतमबुद्ध नगर जिले के झौलस निवासी महिला मुकेश, जारचा निवासी बिट्टू, गाजियाबाद के धौलाना निवासी दिनेश कुमार, संभल जिले के बनियाठेर निवासी जाहिद और गाजियाबाद के मंसूरी निवासी दिनेश को गिरफ्तार किया था। उनके पास से ज्वैलरी शॉप से हुई चोरी के जेवरात बरामद हुए थे। गिरोह के कुछ सदस्य पनकी, सचेंडी के किसान नगर और चकरपुर मंडी के पास भी रहते थे, लेकिन वे फरार हो गए थे।