अरबी भाषा सीखने वाली लड़कियों को पुरस्कृत किया, दी गई प्रेरणा
बच्चों में अरबी भाषा के ज्ञान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये मंगलवार को अरबी सीखने वाली लड़कियों को पुरस्कृत किया गया। यहां कहा गया कि लोगों को कुरआन की अरबी भाषा सीखने की कोशिश करनी चाहिये। कार्यक्रम जामियतुत तैय्यबात स्कूल में हुआ।
कानपुर, जेएनएन। जमात ए इस्लामी हिंद की महिला विंग गल्र्स इस्लामिक आर्गनाइजेशन की ओर से जामियतुत तैय्यबात स्कूल में पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया।
गल्र्स इस्लामिक आर्गनाइजेशन ने कुरआन की अरबी भाषा सिखाने के लिए एक जनवरी से 40 दिन की लिसानुल कुरआन क्लासेज लगाई थी। इसमें 200 महिलाओं व छात्राओं ने हिस्सा लिया था। इस क्लास की परीक्षा में प्रथम आने पर अक्सा परवीन को पुरस्कृत किया गया। इसके दस छात्राओं की लगातार क्लास में उपस्थिति के लिए पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह की मुख्य अतिथि जमात इस्लामी हिंद के प्रदेश सचिव मौलाना मकबूल अहमद फलाही ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि लोगों को कुरआन की अरबी भाषा सीखने की कोशिश करनी चाहिये। वर्तमान समय में कुरआन से दूरी की वजह उसकी भाषा से लोगों की अज्ञानता है। अरबी भाषा सीखेंगे तो कुरआन से नजदीकी बढ़ेगी। जमात इस्लामी हिंद की पूर्व नगर अध्यक्ष स्वालेहा बेगम ने भी संबोधित किया। बुशरा सबात, जैनबुल गजाली, सहीफा खान, मोमिना अफ्फाक आदि मौजूद रही।
वहीं हजरत अली के जन्मदिवस के अवसर पर जूही लाल कालोनी में कार्यक्रम आयोजित किया गया।जलसे को संबोधित करते हुए मौलाना अलमदार हुसैन ने कहा कि हजरत अली के जन्मदिवस की खुशी में फादर्स डे का आयोजन किया जा रहा है। मौलाना शमशाद अब्बास ने कहा कि रजब के महीने की 13 तारीख को काबा में हजरत अली का जन्म हुआ। मौलाना अब्बास मेंहदी ने कहा कि हजरत अली ने अपनी पूरी जिंदगी समाज को शिक्षित करने में लगा दी। जलसे में निशात फातिमा, हसीन फातिमा आदि मौजूद रहीं।