जिस युवती का स्वजन ने कर दिया अंतिम संस्कार वह तीन दिन बाद जीवित लौटी, दो पर दर्ज हुआ था दुष्कर्म का मुकदमा
चार दिन पहले नदी में मिले जिस युवती के शव को स्वजन ने अपनी बेटी बताकर अंतिम संस्कार कर दिया। दो युवकों के खिलाफ पुलिस ने अपहरण व दुष्कर्म का आरोप लगाया और पुलिस इसी आधार पर जांच कर रही थी वह युवती जीवित अपने घर पहुंच गई।
कानपुर, जेएनएन। बांदा जनपद के जसपुरा में चार दिन पहले नदी में मिले युवती के शव के मामले में नया मोड़ आ गया। जिस शव की शिनाख्त पिता ने बेटी के रूप में की और उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया., वह महिला हमीरपुर से अपने घर लौट आई। पुलिस उसे अपनी कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है। स्वजन ने दो युवकों पर नशीला पदार्थ सुंघाकर अपहरण व दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। हालांकि पुलिस अभी इस मुद्दे पर कुछ बोल नहीं रही है। महिला थाने में रख किसी से मिलने पर भी रोक लगा दी गई है।
जसपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव से 26 वर्षीय विवाहिता 19 फरवरी को अचानक लापता हो गई थी। ससुरालीजन व मायके पक्ष के लोग तलाश में जुटे थे। आमारा गांव की केन नदी के पथरैल घाट में 24 फरवरी को एक युवती का शव मिला था। पानी में जीव-जंतुओं के खाने से उसका चेहरा खराब था। पेट में एक कपड़ा बंधा था। मायके पक्ष ने उसके दाहिने पैर की अंगुली पर अंगुली चढ़ी होने से बेटी के रूप में शिनाख्त कर ससुरालीजन पर हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया। पिता की तहरीर पर पुलिस ने विवाहिता के पति समेत छह लोगों के विरुद्ध दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ससुरालीजनों को थाने में बैठाकर पूछताछ कर रही थी।
देर रात जीवित देख स्वजन भौचक, सूचना पर पहुंची पुलिस
जिसे बेटी मान स्वजन अंतिम संस्कार कर चुके थे, वह शुक्रवार देर रात घर पहुंच गई। स्वजन उससे घटना के बारे में जानकारी कर रहे थे, तभी सूचना पाकर पुलिस पहुंच गई और अपनी गिरफ्त में ले लिया। शनिवार को दिनभर महिला थाने में रखकर पूछताछ जारी रही। उधर, महिला थाने के बाहर विवाहिता की मां व पिता ने बताया कि बेटी जिस समय वापस लौटी वह बदहवाश स्थिति में थी। आते ही मां से लिपटकर रोने लगी। एएसपी महेंद्र प्रताप चौहान ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही वह घटना के बारे में कुछ स्पष्ट कर पाएंगे।बुआ के घर जाते समय हुआ था अपहरण
मायके पक्ष ने बताया कि बुआ के घर पैदल जाते समय बेटी को भाथा गांव में एक ट्रैक्टर से कुछ लोग ईंटे उतारते मिले, जिनसे उसने आगे तक छोड़ने को कहा। बताया कि इसी बीच उसे कुछ सुंघा दिया और शहर ले गए। बाद में हमीरपुर जिले के आगे एक गांव लेकर पहुंचे और एक कमरे में बंद कर दिया। दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया, विरोध करने पर मारपीट की। वहां एक अन्य महिला भी थी। जिसको एक आरोपित अपनी पत्नी बता रहा था। सप्ताहभर तक बंधक बनाए रखने के बाद उन लोगों ने ही टेंपो में बैठाकर जसपुरा तक भेजा है। जिसके बाद वह किसी तरह पैदल अपने घर पहुंची।
असलियत पता लगा रही पुलिस
मायके पक्ष व वापस लौटी विवाहिता की ओर से लगाए जा रहे आरोपों की असलियत क्या है यह तो फिलहाल पुलिस की पूरी जांच के बाद ही सामने आ सकेगी। हालांकि इस बाबत जसपुरा थानेदार से लेकर मुख्यालय के अधिकारी मौन साधे हैं।