अब गांवों में भी चलेगा सफाई अभियान, सीटी बजाकर घर-घर से उठाया जाएगा सूखा व गीला कूड़ा

कल्याणपुर ब्लाक के सचेंडी और भौंती प्रतापपुर गांव में घर- घर से कूड़ा उठाने का काम शुरू हो गया है और वहां से निकल रहा कूड़ा प्लांट को भेजा जा रहा है। 12 और गांवों में कूड़ा एकत्र करने के लिए सर्वे हो रहा है।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 10:46 AM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 10:46 AM (IST)
अब गांवों में भी चलेगा सफाई अभियान,  सीटी बजाकर घर-घर से उठाया जाएगा सूखा व गीला कूड़ा
नगर निगम की तर्ज पर अब गांव के घरों से उठाया जाएगा कूड़ा।

कानपुर, जागरण संवाददाता। नगर निगम की तर्ज पर अब गांवों में भी घरों से सूखा और गीला कूड़ा उठाया जाएगा। गीले कूड़े से खाद बनेगी और सूखा कूड़ा नगर निगम के पनकी भाऊसिंह स्थित कचरा निस्तारण प्लांट को कूड़ा दिया जाएगा। 

फिलहाल कल्याणपुर ब्लाक के सचेंडी और भौंती प्रतापपुर गांव में घर- घर से कूड़ा उठाने का काम शुरू हो गया है और वहां से निकल रहा कूड़ा प्लांट को भेजा जा रहा है। 12 और गांवों में कूड़ा एकत्र करने के लिए सर्वे हो रहा है। अभी इन गांवों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह अभियान चल रहा है। जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अथवा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के हाथों अभियान का शुभारंभ कराकर इसे सभी 590 ग्राम पंचायतों में लागू किया जाएगा। फिलहाल कूड़ा उठाने के लिए ओम ट्रेडर्स क्लीनिंग एंड मेंटीनेंस कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है।

शहर की तरह ही गांवों में भी कूड़ा बड़ी समस्या है। कूड़े की वजह से संक्रामक बीमारियां भी फैलती हैं और फिर लोगों की मौतें भी होती हैं। अब कूड़ा मुसीबत न बने इसके लिए व्यापक अभियान शुरू करने की पहल पंचायती राज विभाग ने की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत जिले को माडल के रूप में प्रस्तुत करने की तैयारी है। जिस कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है उसने 20 हजार से अधिक की आबादी वाले गांव सचेंडी में 10 कर्मचारियों को लगाया है और फिलहाल यहां 15 सौ घरों से कूड़ा उठाया जा रहा है। भौंती प्रतापपुर में भी पांच कर्मचारी लगाए गए हैं। कंपनी ने रमईपुर, मझावन, चौबेपुर कला, बगदौधी बांगर समेत 12 गांवों में सर्वे शुरू किया है। वहां के लोगों को कूड़ा अलग- अलग रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कंपनी घर से कूड़ा उठाने के बदले में यूजर चार्ज भी लेगी। फिलहाल 30 रुपये यूजर चार्ज वसूला जा रहा है। कुछ और कंपनियों को कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी जिला पंचायत राज अधिकारी कमल किशोर की ओर से दी जा सकती है। गीले कूड़े से गांवों में ही खाद बनेगी और उसकी कृषकों को बिक्री की जाएगी, जबकि सूखा कूड़े का निस्तारण नगर निगम के प्लांट में होगा।

बोले जिम्मेदार: अभी तो पायलट प्रोजेक्ट के तहत काम हो रहा है जल्द ही इसे पूरे जिले में लागू किया जाएगा। ग्रामीण इसमें रुचि ले रहे हैं। - कमल किशोर, जिला पंचायत राज अधिकारी

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