कानपुर : गंगा से जुड़े गावों में सतर्कता बढ़ाई, कई प्रभावित क्षेत्रों में नाव से निकाले जा रहे लोग

बाढ़ की बढ़ती आशंका के मद्देनजर प्रशासन चौकन्ना हो गया है। डीएम आलोक तिवारी ने कटरी शंकरपुर सराय लोधवा खेड़ा चेनपुरवा देवनीपुरवा घरमखेड़ा आदि गांवों के लोगो को सतर्क रहने के लिए कहा ताकि जरूरत पडऩे पर उन्हेंं वहां से बाढ़ राहत चौकियों में भेजा जा सके

By Akash DwivediEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 05:50 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 05:50 PM (IST)
कानपुर : गंगा से जुड़े गावों में सतर्कता बढ़ाई, कई प्रभावित क्षेत्रों में नाव से निकाले जा रहे लोग
गोपालपुरम में बाढ़ का पानी भरने से घरों में कैद हुए लोग। मो. आरिफ

कानपुर, जेएनएन। गंगा के तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गंगा किनारे स्थित गांवों में सतर्कता बढ़ा दी गयी है, ताकि तुरन्त ग्रामीणों को गांवों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा सके। कानपुर दक्षिण स्थित पांडु नदी के ओवर फ्लो होने से आसपास के इलाकों में पानी भरने से कई लोग घरों में कैद हो गए। पांडु नदी में आई बाढ़ की वजह से लोगों का पूरा घर डूब गया है, लिहाजा लोग तंबू लगाकर आशियाना बना रहे हैं। बर्रा आठ वरुण बिहार इलाके के कच्ची बस्ती में बने घर सोमवार तक आधे डूबे थे। मंगलवार सुबह चार बजे से पानी तेजी से बढ़ा। यहां रह रहें लोगों ने मेहरबान सिंह का पुरवा पुल के बगल में अपना अशियाना बनाना शुरू कर दिया है। प्रशासन की ओर से इनके खाने-पीने की व्यवस्था नहीं की गई है।

कानपुर शहर के दूर गंगा कटरी के गांवों में बाढ़ की बढ़ती आशंका के मद्देनजर प्रशासन चौकन्ना हो गया है। डीएम आलोक तिवारी ने कटरी शंकरपुर सराय, लोधवा खेड़ा, चेनपुरवा, देवनीपुरवा, घरमखेड़ा आदि गांवों के लोगो को सतर्क रहने के लिए कहा ताकि जरूरत पडऩे पर उन्हेंं वहां से बाढ़ राहत चौकियों में भेजा जा सके। इसके साथ ही लेखपालों से कहा गया है कि वे सतर्क रहें। पशु पालन विभाग से पशुओं के लिए दवा, टीका का प्रबंध करने के आदेश डीएम ने दिए हैं। आपूॢत विभाग से भी इंतजाम रखने को कहा है।

यहां बनेंगी बाढ़ राहत चौकियां : जागेश्वर मंदिर नवाबगंज, परमट,डोमनपुर, पुराना कानपुर, नागापुर, कटरी समेत 12 जगह पर चौकियां बनेंगी।

शहर के गोपालपुरम में बाढ़ का पानी भरने से घरों में कैद हुए लोग, यही हाल तो यहां के हालात बेकाबू होंगे ।   - मो. आरिफ प्रशासन की ओर से सुरक्षित जगह पर ठहरने की जानकारी नहीं दी है। इस वजह से सड़क किनारे ही तंबू लगाकर रात गुजारने व खाना बनाने की व्यवस्था की जा रही है। - मीना देवी, मायापुरम

बाढ़ की वजह से नींद नहीं आती है। हमेशा जलस्तर बढऩे का खतरा रहता है। इस वजह से सड़क किनारे आशियाना बनाया जा रहा है। बाढ़ कम नहीं होती तब तक तंबू के नीचे ही रहेंगे।- धीरज कुमार, मायापुरम

मीटर बैराज में अप स्ट्रीम पर जलस्तर मीटर डाउन स्ट्रीम (बैराज से भैरोघाट की तरफ) मीटर शुक्लागंज में जलस्तर मी. चेतावनी बिंदु मी. खतरे का निशान गंगा के जलस्तर का हाल इन गांवों को खतरा ईश्वरीगंज, पृथ्वीगंज, खुशहलगंज, पेगूपुर कछार, चिरान, ख्योरा कटरी, फत्तेपुर, ज्योरा, लोधवा खेड़ा, लक्ष्मीखेड़ा , कटरी शंकरपुर सराय आदि गांवों को खतरा है। यहां बाढ़ का पानी घुस जाता है।

नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण : नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मायापुरम इलाके का निरीक्षण किया। उन्होंने इलाके में फैली गंदगी को साफ व स्ट्रीट लाइट ठीक कराने के आदेश दिये। पार्षद आरती विजय गौतम, जोनल अधिकारी स्वर्ण सिंह, अधिशासी अभियंता आरके सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अजय संखवार मौजूद रहे।

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