गंगा लिंक एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा सरसैया घाट पुल, जल्द शुरू होगा संशोधित अलाइनमेंट पर सर्वे
सरसैया घाट का फोरलेन पुल और लिंक एक्सप्रेस वे को आपस में जोड़ने वाले अलाइनमेंट के लिए सर्वे इसी सप्ताह शुरू हो सकता है। साथ ही दीपावली के बाद उच्च स्तरीय समग्र विकास समिति की बैठक में सर्वे के अलाइनमेंट पर विमर्श होगा।
कानपुर, [दिग्विजय सिंह]। सरसैया घाट पर प्रस्तावित फोर लेन पुल और गंगा लिंक एक्सप्रेस वे आपस में जुड़ेंगे। मंडलायुक्त द्वारा गठित कमेटी इसी हफ्ते सर्वे करेगी तो पुल को एक्सप्रेस वे से जोडऩे के विकल्प पर भी विचार किया जाएगा। इससे लाभ यह होगा कि अगर किसी वाहन चालक को छत्रपति शाहू ही महाराज विवि या मैनावती मार्ग की ओर जाना है तो उसे मालरोड जाकर गंगा लिंक एक्सप्रेस वे पर नहीं चढऩा पड़ेगा। वह सरसैया घाट पुल के सहारे ही एक्सप्रेस वे पर चढ़ जाएगा।
गंगा लिंक एक्सप्रेस वे की लंबाई अभी 31 किमी है, लेकिन गंगा में इसका हिस्सा करीब दो किमी है। गंगा की भूमि का उपयोग कम से कम करना पड़े इसके लिए इसका संशोधित अलाइनमेंट बनाया जाना है। इस अलाइनमेंट के लिए मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने सर्वे कमेटी का गठन किया है। कमेटी में समग्र विकास समिति के समन्वयक नीरज श्रीवास्तव, सेतु निगम के महाप्रबंधक राकेश सिंह, आइआइटी के प्रोफेसर ओंकार दीक्षित समेत आठ अफसरों को रखा गया है। यह समिति गंगा बैराज जाएगी और देखेगी कि एलीवेटेड रोड को कहां से मोड़ा जाए कि कम से कम गंगा के हिस्से का उपयोग किया जा सके।
पहले एलीवेटेड रोड पहले गंगा के उस पार जाकर फिर मुडऩा था, लेकिन अब इसे गंगा पार नहीं कराया जाएगा। सरसैया घाट पुल की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट सेतु निगम के महाप्रबंधक की निगरानी में ही बनाई जा रही है। वे भी इस कमेटी के सदस्य हैं ऐसे में उनसे भी राय ली जाएगी कि पुल को कहां और कैसे इस एक्सप्रेस वे से जोड़ा जा सकता है। सर्वे रिपोर्ट मंडलायुक्त की अध्यक्षता में दीपावली बाद होने वाली बैठक में रखा जाएगा।
राजापुरवा नहर रोड होगी माडल : राजापुरवा से डबल पुलिया विजय नगर तक नहर पटरी पर बनाई जा रही सड़क को माडल रोड के रूप में विकसित किया जाएगा। इस सड़क के डिवाइडर ग्रीन बेल्ट विकसित की जाएगी। उसमें विभिन्न प्रजातियों के औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। यह सड़क एलईडी लाइटों की दूधिया रोशनी से जगमगाएगी। इसे दिसंबर में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि विधानसभा चुनाव से पहले ही इसका लोकार्पण कराया जा सके।