कानपुर में पीजीआई की तर्ज पर विकसित होगा गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट

जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल परिसर में बन रहे सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को पीजीआइ की तर्ज पर विकसित किया जाएगा इसका नाम गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट रखा गया है। लोकार्पण की तैयारी भी तेजी से शुरू हो गई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 09:51 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 09:51 AM (IST)
कानपुर में पीजीआई की तर्ज पर विकसित होगा गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट
शासन ने प्रस्तावित नाम पर मुहर लगा दी है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल हैलट के जीटी रोड साइड में तैयार ब्लाक का नाम शासन ने गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट रख दिया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. रजनीश दुबे ने प्रस्तावित नाम पर मुहर लगा दी है। ईमेल के जरिए पत्र भेजकर जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला को अवगत कराया है। प्राचार्य प्रो. संजय काला ने बताया कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का नामकरण शासन ने कर दिया है। शासन इस अस्पताल को पीजीआइ की तर्ज पर ही डेवलप करेगा। इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 दिसंबर को कर सकते हैं।

पुस्तकालय के लिए मिले 12.50 लाख रुपये

प्राचार्य प्रो. संजय काला ने बताया कि गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट के पुस्तकालय के लिए 12.50 लाख रुपये स्वीकृत कर दिए हैं। शासन को पुस्तकालय के लिए 50 लाख रुपये का प्रस्ताव भेजा गया था। उसमें से 12.50 लाख रुपये की धनराशि फिलहाल स्वीकृत हुई है। उसे मेडिकल जर्नल मंगाई जाएंगी।

उपकरण की स्थापना का दिया निर्देश

गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट््यूट के लोकार्पण की तैयारी भी तेजी से शुरू हो गई है। इसको लेकर प्राचार्य प्रो. संजय काला ने मंगलवार को बैठक बुलाई थी। सभी सुपर स्पेशलिटी विभागों में उपकरणों की स्थापना जल्द से जल्द कराने के निर्देश दिए हैं। ताकि उनका ट्रायल भी कराया जा सके। प्रधानमंत्री के लोकार्पण करने के बाद मरीजों का इलाज भी शुरू कर दिया जाएगा। पहले चरण में ओपीडी शुरू की जाएगी। बैठक में उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरि, प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के नोडल अफसर डा. मनीष सिंह एवं प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या समेत अन्य विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।

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