गेल में काम करने वाले अफसरों व कर्मियों को कार में तीन घंटे रखा बंधक, रोड पर छोड़कर भागे बाइक सवार

औरैया में पाता स्थित गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया में काम कर रही निजी कंपनी के अफसरों और कर्मियों की कार को बाइक सवारों ने रोक ली और बंधक बना लिया। पुलिस के पहुंचने से पहले ही बाइक सवार धमकी देकर फरार हो गए।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 03:16 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:39 PM (IST)
गेल में काम करने वाले अफसरों व कर्मियों को कार में तीन घंटे रखा बंधक, रोड पर छोड़कर भागे बाइक सवार
औरैया के दिबियापुर में वैसुंधरा व पाता के बीच घटना हुई।

औरैया, जेएनएन। पाता स्थित गैस अथारिटी आफ इंडिया (गेल) पेट्रोकेमिकल संयंत्र में काम कर रही कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों को करीब तीन घंटे तक बाइक सवार युवकों ने कार में बंधक बनाए रखा। उनके अपहरण की सूचना पर गेल प्रशासन में अफरा तफरी मच गई और पुलिस पर पुलिस सक्रिय हुई तो बाइक सवार पहले ही उन्हें कार में छोड़कर भाग निकले। पुलिस अफसरों से पूछताछ के बाद हुलिये के आधार पर बाइक सवारों की तलाश शुरू की है।

पाता स्थित गैस अथारिटी आफ इंडिया (गेल) पेट्रोकेमिकल संयंत्र में काम चल रहा है, जिसमें निजी कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी काम कर रहे हैं। रोजाना की तरह शनिवार को अफसर और कर्मी समेत सात लोग कार से गेल जा रहे थे। रास्ते में दिबियापुर थाना क्षेत्र के वैसुंधरा व पाता प्लांट के बीच बाइक सवारों ने उनकी कार रुकवा ली और सभी को कार में ही बंधक बना लिया। जब काफी देर तक टीम साइट पर नहीं पहुंची तो साथी कर्मचारियों को मोबाइल फोन पर कॉल किया। कार में बंधक अफसरों ने अपहरण की जानकारी दी तो गेल प्रशासन में अफरा तफरी मच गई। जानकारी के बाद घटनास्थल पर दिबियापुर व अजीतमल कोतवाली पुलिस पहुंची और जांच पड़ताल की।

सीओ अजीतमल प्रदीप कुमार सहित सदर सीओ रमेश चंद्र यादव व फफूंद थाना का फाेर्स मौजूद रहा। पुलिस अधिकारियों के अनुसार वैसुंधरा और पाता प्लांट के बीच कुछ बाइकों पर सवारों ने कार रोक ली थी। कर्मियों का कहना है कि कार से किसी को उतरने नहीं दिया और बिधूना ले जाने की बात कही और होशियारी दिखाने पर जान से मारने की धमकी दी। पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने सीओ सदर से जांच रिपोर्ट मांगी है। कार में सवार रहे कंपनी के रीजनल चीफ मैनेजर समेत पांच अधिकारी व दो कर्मियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। गेल के अधिकारी मामले में चुप्पी साधे हैं। गेल में ठेकेदारी को लेकर दबाव बनाने के लिए अफसरों को बंधक बनाए जाने की भी बात सामने आ रही है, फिलहाल, पुलिस की जांच के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो सकेगा।

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