राम रोटी भर रही मरीजों और तीमारदारों का पेट, अबतक बांट चुके निश्शुल्क 11 लाख थालियां

कानपुर में वर्ष 2015 में अक्षय तृतीया के दिन स्वामी सत्यमित्रानंद जी ने किया था पहल का शुभारंभ किया था। यहां प्रतिदिन 250 मरीजों व तीमारदारों को निश्शुल्क भोजन कराया जा रहा है। सुबह नाश्ता भी उपलब्ध कराया जाता है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 08:40 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 08:40 AM (IST)
राम रोटी भर रही मरीजों और तीमारदारों का पेट, अबतक बांट चुके निश्शुल्क 11 लाख थालियां
कानपुर में छह साल से जारी है अनूठी पहल।

कानपुर, [मोहम्मद दाऊद खान]। जेके कैंसर संस्थान में 'राम रोटीÓ मरीजों और तीमारदारों का पेट भर रही है। प्रतिदिन तकरीबन 250 लोगों को निश्शुल्क खाने की थाली दी जा रही है। खास बात ये है कि दोपहर में खाने के अलावा सुबह का नाश्ता और शाम का खाना भी निश्शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। छह वर्ष पहले अक्षय तृतीया के दिन से शुरू हुए इस अभियान के तहत अब तक 11 लाख से अधिक थालियां परोसी जा चुकी हैं।

अक्षय तृतीया के दिन शुरू हुआ था अभियान

समन्वय सेवा समिति ने तत्कालीन निदेशक डॉ. एमपी मिश्रा से बात कर राम रोटी के नाम से निश्शुल्क भोजन उपलब्ध कराने की योजना तैयार की थी। 27 अप्रैल 2015 को अक्षय तृतीया के दिन भारत माता मंदिर हरिद्वार के संस्थापक स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज व जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी ने राम रोटी अभियान का शुभारंभ किया था, तब से अब तक 250 लोगों को दिन में तीर बार निश्शुल्क भोजन कराने का सिलसिला जारी है।

मरीजों के लिहाज से ये कभी कम ज्यादा भी हो जाता है। समन्वय सेवा समिति के मुताबिक अब तक तकरीबन 11 लाख लोगों को भोजन कराया जा चुका है। राम रोटी भोजनालय का संचालन समिति के संयोजक एडवोकेट संतोष अग्रवाल, सह संयोजक मनोज सेंगर, महामंत्री सुरेंद्र गुप्ता, कोषाध्यक्ष सत्यनारायण नेवटिया कराते हैं। रोटियां मशीन से तैयार होती हैं।

ये होता है थाली में

भोजन की थाली में देसी घी लगी चार रोटी, चावल, दाल, दो प्रकार की सब्जी, एक मिठाई व मौसमी फल होता है। नाश्ते में मरीज की जरूरत के अनुसार सत्तू, मट्ठा, दूध अथवा दही शामिल रहता है।

भोजन के लिए अनुदान भी

लोग अपने जन्म दिवस, शादी की वर्षगांठ व अन्य मांगलिक अवसरों पर राम रोटी भोजनालय को भोजन के लिए अनुदान देते हैं। मरीजों व तीमारदारों के अतिरिक्त कोई अन्य व्यक्ति दस रुपये की टोकन मनी देकर पेट भर सकता है।  जेके कैंसर हास्पिटल में मरीजों व तीमारदारों को भोजन संबंधी असुविधा को देखते हुए राम रोटी भोजनालय शुरू किया गया था। -संतोष कुमार अग्रवाल संयोजक, समन्वय सेवा समिति भोजनालय शुरू होने के बाद मरीजों व तीमारदारों को भोजन के लिए भटकना नहीं पड़ता है। 250 मरीजों को प्रतिदिन भोजन मिलता है। -मनोज सेंगर, सह संयोजक, समन्वय सेवा समिति

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