हाईकोर्ट में नौकरी लगवाने के नाम पर दारोगा से छह लाख की ठगी, रकम वापस मांगने पर आरोपित ने दी जान से मारने की धमकी
मिर्जापुर में तैनात दारोगा की 2017 में गाजीपुर के एक युवक से मुलाकात हुई थी। युवक ने खुद को हाईकोर्ट में रजिस्ट्रार बताया था। भतीजे को लिपिक की नौकरी दिलाने के नाम पर युवक ने रुपये लिए लेकिन तीन साल बाद भी नौकरी नहीं लगवा सका।
कानपुर, जेएनएन। प्रयागराज हाईकोर्ट में लिपिक के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर आरोपित ने छह लाख रुपये की धोखाधड़ी की। नौकरी नहीं लगने पर रकम वापस मांगने पर आरोपित ने जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद पीड़ित दारोगा ने आरोपित के खिलाफ चकेरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
चकेरी के न्यू आजाद नगर निवासी भारत भूषण सिंह पुलिस लाइन मिर्जापुर में दारोगा के पद पर कार्यरत हैं। उनकी तहरीर के अनुसार नवम्बर 2017 में उनकी मुलाकात गाजीपुर के युवराजपुर निवासी ईश्वरी प्रसाद से हुई थी। जिसने खुद को प्रयागराज हाईकोर्ट में रजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत बताया था। जिसने हाईकोर्ट में लिपिक के पद पर नौकरी लगवाने के लिए 10 लाख रुपये की बात कही। जिस पर उन्होंने फतेहपुर भदौहां निवासी बड़े भाई दिलीप सिंह से भतीजे रावेन्द्र की नौकरी के लिए बात की।
जिसके बाद उन्होंने भतीजे की नौकरी के लिए एक लाख रुपये नकद और पांच लाख रूपये का चेक दिया। साथ ही शेष रकम नौकरी लगने का बाद देने की बात हुई। तीन साल बीतने के बाद भी नौकरी नहीं लगने पर उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी का अहसास हुआ। आरोप है कि जिसके बाद उनके बड़े भाई ने आरोपित से रकम वापस मांगी तो वह गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देने लगा। थाना प्रभारी दधिबल तिवारी ने बताया कि पीड़ित दारोगा भारत भूषण की तहरीर पर रिपोर्ट दर्जकर आरोपित की तलाश की जा रही है।