हमीरपुर: यमुना में नहाने पहुंचे चार भाई डूबे, देवदूत बने मछुआरों ने दो की बचाई जान, अन्य की मौत

बच्चे यमुना में डूब रहे थे तभी कुछ चरवाहे व मछुआरे देवदूत बन गए। उन्होंने नाव के सहारे बिना देर किए नदी में छलांग लगाई और डूब रहे बच्चों को बाहर निकाला। हालांकि इस बीच दो डूब गए। मृतक फुफेरे एवं ममेरे भाई हैं।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 08:10 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 08:10 PM (IST)
हमीरपुर: यमुना में नहाने पहुंचे चार भाई डूबे, देवदूत बने मछुआरों ने दो की बचाई जान, अन्य की मौत
बेटे साहिल व भतीजे गौरव की मौत के बाद जिला अस्पताल में रोती बिलखती मां मालती को संभालते स्वजन।

हमीरपुर, जेएनएन। सुमेरपुर थानांतर्गत पत्योरा गांव में ननिहाल आया किशोर अपने दो मौसेरे भाइयों और ममेरे भाई के साथ दोपहर में यमुना नदी नहाने पहुंचा, जहां अचानक गहराई में जाने से चारों डूबने लगे। मछुआरों ने दो सगे भाइयों को बचा लिया, लेकिन ममेरे व फुफेरे भाई करीब पौन घंटे बाद मिले। उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डा. मोहित कुमार ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। 

इा तरह घटित हुई घटना: कानपुर देहात के भोगनीपुर थानांतर्गत बारा दौलतपुर निवासी जगभान संखवार का 15 वर्षीय पुत्र गौरव अपनी मां के साथ पत्योरा गांव स्थित ननिहाल आया था। उसके मौसेरे भाई 17 वर्षीय हनी व 15 वर्षीय शनी भी ननिहाल में थे। सोमवार दोपहर करीब दो बजे तीनों अपने मामा सिद्धार्थ के 13 वर्षीय पुत्र साहिल के साथ गांव में यमुना नदी में नहाने चले गए। उनके मामा व साहिल के चाचा मोनू भी देखरेख के लिए गए थे। मोनू नदी किनारे खड़े हो गए और बच्चे नदी में नहाने लगे। अचानक चारों अधिक गहराई में पहुंचने से डूबने लगे। उनके चिल्लाने पर मोनू व वहां मौजूद मछुआरों ने नदी में डूब रहे हनी व शनी को तो बचा लिया, लेकिन गौरव और सिद्धार्थ डूब गए। करीब पौन घंटे की तलाश के बाद दोनों नदी से निकाले जा सके। चारों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां गौरव व साहिल को डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

मछुआरे बने देवदूत, दो की बची जान: बच्चे यमुना में डूब रहे थे, तभी कुछ चरवाहे व मछुआरे देवदूत बन गए। उन्होंने नाव के सहारे बिना देर किए नदी में छलांग लगाई और डूब रहे बच्चों को बाहर निकाला। हालांकि, इस बीच दो डूब गए। मृतक फुफेरे एवं ममेरे भाई हैं। हनी इंटरमीडिएट व शनी हाईस्कूल का छात्र है। दोनों गांव के भूमानंद इंटर कालेज में पढ़ते हैं। मृतक साहिल दो भाइयों में बड़ा था। उसकी दो बहने भी हैं। घटना के बाद पिता सिद्धार्थ, मां, भाई और बहन बेसुध हो गए। 

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