कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश दीक्षित का निधन, कांग्रेसियों में शोक की लहर

उन्हें पिछले डेढ़ साल से लीवर और किडनी की बीमारी थी और उनका इलाज चल रहा था। बीमारी बढऩे पर आठ दिन पहले वह दिल्ली गए थे, जहां उपचार के दौरान उनका निधन हो गया।

By AbhishekEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 03:22 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 10:29 AM (IST)
कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश दीक्षित का निधन, कांग्रेसियों में शोक की लहर
कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश दीक्षित का निधन, कांग्रेसियों में शोक की लहर

कानपुर (जागरण संवाददाता)। शहर कांग्रेस कमेटी में आठ वर्ष तक अध्यक्ष रहे महेश दीक्षित का लंबी बीमारी के चलते रविवार को दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया। इसकी जानकारी मिलते शहर के कांग्रेसियों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके घर के बाहर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया। परिजनों ने देर शाम तक पार्थिव शरीर कानपुर पहुंचने की जानकारी दी है।

शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री ने बताया कि सत्तर वर्षीय पूर्व अध्यक्ष महेश दीक्षित काफी समय से बीमार चल रहे थे। बीते आठ दिन पहले वह किडनी का इलाज कराने के लिए दिल्ली गए थे। उन्हें पिछले डेढ़ साल से लीवर और किडनी की बीमारी थी और उनका इलाज चल रहा था। इधर बीमारी बढऩे पर वह दिल्ली गए थे, जहां उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर रात आठ बजे तक कानपुर पहुंचेगा। सोमवार की सुबह दस बजे जाजमऊ स्थित उनके निवास स्थान से सिद्धनाथ घाट के लिए अंतिम यात्रा रवाना होगी।

शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने बताया कि महेश दीक्षित वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव थे। इसके साथ ही वह भारतीय विद्यालय आचार्य नगर में अध्यापक थे और पन्द्रह साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे। सबसे पहले शहर युवक कांग्रेस के जाजमऊ वार्ड के अध्यक्ष बने थे और यहां से उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य और शहर कांग्रेस कमेटी में करीब आठ वर्ष तक अध्यक्ष रहे। श्री दीक्षित पहलवान भी थे और कई दंगलों में रेफरी की भूमिका भी निभाते रहे।

chat bot
आपका साथी