शादी अनुदान के आवेदन की जांच के लिए बनेगा फार्मेट, जानिए पूरा मामला
शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में 5.80 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। शादी अनुदान योजना में जहां 702 लोग पते पर नहीं मिले हैं तो पारिवारिक लाभ योजना में 11 सौ लोगों का कहीं पता नहीं चला। इसके साथ ही चार लाभार्थी ऐसे थे
कानपुर, जेएनएन। शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में हुए घोटाले के बाद अब प्रशासन सतर्क हो गया है। अब जो भी आवेदन आएंगे उनकी लेखपाल, कानूनगो की सत्यापन रिपोर्ट के बाद उनमें से कुछ रिपोर्ट की नमूने के तौर पर जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही अब एक फार्मेट भी बनेगा। इस फार्मेट में आवेदनकर्ता का मोबाइल नंबर लिखना अनिवार्य होगा। इस मोबाइल नंबर पर भी एसडीएम कार्यालय से फोन कर पूछा जाएगा कि उन्होंने आवेदन किया है या नहीं। अगर आवेदनकर्ता सही जानकारी नहीं दे पाता है तो उसके आवेदन को संदिग्ध मान लिया जाएगा।
शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में 5.80 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। शादी अनुदान योजना में जहां 702 लोग पते पर नहीं मिले हैं तो पारिवारिक लाभ योजना में 11 सौ लोगों का कहीं पता नहीं चला। इसके साथ ही चार लाभार्थी ऐसे थे जो अनुदान लेने वाले वर्ष से कई साल पहले ही मर चुके थे। बावजूद इसके उनके आश्रितों ने अनुदान लिया। इस मामले में ही समाज कल्याण अधिकारी अमरजीत सिंह निलंबित किए गए हैं। पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी रहे अजीत प्रताप सिंह, एसएम मौर्य, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रहीं प्रियंका और वर्षा अग्रवाल पर भी गाज गिरनी तय है। इसके साथ ही 21 लेखपाल, आठ कानूनगो, दो नायब तहसीलदार और एक तहसीलदार पर भी कार्रवाई होनी है। ऐसे में अब प्रशासन सतर्क हो गया है और आवेदन पत्रों की अलग- अलग स्तर पर जांच कराने की तैयारी है ताकि भविष्य में किसी तरह की अनियिमतता न हो।