उरई में कैंसर पीड़ित FCI गोदाम प्रभारी ने फांसी लगाकर दी जान, बेटा बोला- बीमारी को कभी हावी नहीं होने दिया

गोदाम में मंगलवार सुबह कर्मचारी पहुंचे तो उन्होंने गोदाम प्रभारी व मार्केटिंग इंस्पेक्टर सुनील मिश्रा का शव फंदे से लटका देखा। वह चीखकर बाहर भागे और पुलिस को सूचना दी। वहां पहुंची पुलिस ने शव उतरवाया। कुठौंद केंद्र के साथ ही रामपुरा क्रय केंद्र का भी प्रभार उनके पास था।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 09:10 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 09:10 PM (IST)
उरई में कैंसर पीड़ित FCI गोदाम प्रभारी ने फांसी लगाकर दी जान, बेटा बोला- बीमारी को कभी हावी नहीं होने दिया
फांसी के फंदे का खबर से संबंधित प्रतीकात्मक चित्र।

उरई, जेएनएन। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) के कुठौंद गेहूं खरीद केंद्र गोदाम के प्रभारी ने फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। गोदाम के आफिस में ही शव लटका मिला। बताया जा रहा है कि वह काफी समय से तनावग्रस्त थे और मुख कैंसर पीड़ित भी थे। तलाशी में कोई सुसाइड नोट नहीं मिलने से आत्महत्या के पीछे कई सवाल हैं, फिलहाल जांच कर पुलिस जवाब तलाश रही है। 

गोदाम में मंगलवार सुबह कर्मचारी पहुंचे तो उन्होंने गोदाम प्रभारी व मार्केटिंग इंस्पेक्टर सुनील मिश्रा का शव फंदे से लटका देखा। वह चीखकर बाहर भागे और पुलिस को सूचना दी। वहां पहुंची पुलिस ने शव उतरवाया। कुठौंद केंद्र के साथ ही रामपुरा क्रय केंद्र का भी प्रभार उनके पास था। सुनील के खुदकुशी करने से पुत्र दिव्यांशु एवं पत्नी सीमा का रो-रोकर बुरा हाल है। बेटे ने बताया कि पिता कैंसर पीडि़त थे लेकिन बीमारी उनके काम में कभी आड़े नहीं आई। करीब एक महीने से वह काफी तनाव में थे। उन्होंने सोमवार शाम को किसी से बात नहीं की थी। इधर घटना की जानकारी पर एसडीएम जालौन गुलाब सिंह मौके पर पहुंचे। कुठौंद थाना के एसओ अरुण तिवारी ने बताया कि वह मूलरूप से कानपुर के गोविंद नगर थाना क्षेत्र के 8 एम 60 दबौली रतनलाल नगर के निवासी थे। किन हालात में उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया, इसकी जांच की जा रही है। कई जानकारियां सामने आई हैैं। 

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