गोविंदनगर फ्लाईओवर के प्रोजेक्ट को मंजूरी जल्द, सेतु निगम की समिति कर रही परीक्षण

कानपुर गोविंद नगर में समानांतर पुल बनाने के लिए सेतु निगम के संयुक्त प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता वाली समिति परीक्षण कर रही है। इसके बाद पीडब्ल्यूडी की मुख्य अभियंता समिति को प्रस्ताव भेजा जाएगा। चौराहों पर लगने वाले जाम की समस्या खत्म हो जाएगी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 09:55 AM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 09:55 AM (IST)
गोविंदनगर फ्लाईओवर के प्रोजेक्ट को मंजूरी जल्द, सेतु निगम की समिति कर रही परीक्षण
गोविंदपुरी पुल से आगे पुल बनाने की कवायद।

कानपुर, जेएनएन। गोविंदपुरी पुल से चावला मार्केट होते हुए नंदलाल चौराहा के उस पार तक 1.8 किमी लंबे फ्लाईओवर के निर्माण प्रोजेक्ट के जल्द ही मंजूर होने की उम्मीद जगी है। इस प्रोजेक्ट का परीक्षण उप्र सेतु निर्माण निगम के संयुक्त प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता वाली समिति कर रही है। परीक्षण के बाद इसे पीडब्ल्यूडी की मुख्य अभियंता समिति को भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी के बाद यह प्रोजेक्ट वित्त समिति के पास जाएगा। चार लेन के इस पुल का निर्माण हो जाने से दोनों चौराहों पर लगने वाले जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। न तो किसी भवन को गिराना होगा और न ही किसी तरह की भूमि का अधिग्रहण करना होगा।

गोविंदनगर , किदवई नगर, बर्रा, साकेत नगर आदि क्षेत्रों में कई बड़े स्कूल, कालेज हैं। इसके साथ ही घाटमपुर, पतारा, भीतरगांव आदि क्षेत्रों के लोग भी इसी रास्ते हैलट, उर्सला अस्पताल, कलेक्ट्रेट, कचहरी, पुलिस आफिस आते जाते हैं। सभी बड़े अस्पताल, विश्वविद्यालय, तकनीकी संस्थान शहर के उत्तर क्षेत्र में हैं। ऐसे में नौबस्ता, बर्रा, साकेत नगर, हेमंत विहार आदि इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के वाहनों का दबाव तो गोविंद नगर से चावला मार्केट तक तो है ही स्कूलों की बसों के चलने पर भी सुबह शाम यहां जाम लगता है। इस समस्या के समाधान के लिए ही सेतु निर्माण निगम ने नंदलाल चौराहा से गोविंदपुरी पुल तक फोरलेन फ्लाईओवर का प्रस्ताव पिछले साल तैयार कर शासन को भेजा था। इसके साथ ही डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की गई थी। इस फ्लाईओवर को दोनों पुलों से जोड़कर बनाया जाएगा। पुल निर्माण में 125 करोड़ रुपये लागत आने का अनुमान है। प्रोजेक्ट रिपोर्ट का मुख्यालय स्तर पर परीक्षण शुरू हो गया है। उम्मीद है कि एक हफ्ते के अंदर यह लोनिवि मुख्यालय को चला जाएगा। इसके बाद प्रोजेक्ट मंजूर हो जाएगा। -राकेश सिंह, महाप्रबंधक सेतु निर्माण निगम

chat bot
आपका साथी